स्थानीय संपादक / नारायणबगड़। नारायणबगड़। घर से भागे प्रेमी युगल को आखिरकार कानूनी रूप से उनकी मंजिल मिल ही गई और दोनों विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए। बीती 2 जून को प्रखंड के एक गांव की युवती काल्पनिक नाम रीना अपने पडोस के गांव के युवक रमेश के साथ घर से भागकर कहीं चले गए थे। बताया जाता है कि दोनों आपस में प्रेम करते थे। इस मामले में युवती के परिजनों की ओर से उपजिलाधिकारी थराली को नामजद तहरीर दी गई थी।जिसकी जांच क्षेत्र के पटवारी को सौंपी गई।
![](http://bsnknews.com/wp-content/uploads/2021/06/WhatsApp-Image-2021-06-10-at-5.44.03-PM-1-300x175.jpeg)
राजस्व उपनिरीक्षक राजेश्वरी रावत ने इस मामले की जांच शुरू कर प्रेमी युगल के परिजनों समेत अन्य लोगों से पूछताछ की ओर दोनों के फोन नंबर प्राप्त किए। राजस्व उपनिरीक्षक ने बताया कि घटना के बाद से ही दोनों के फोन स्वीच आफ चल रहे थे।और उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था। बावजूद इसके लगातार प्रयास करते रहने से आखिरकार युवक का फोन लग गया।
फोन पर युवक को समझाने पर उसने अपनी लोकेशन बता दी।जिसपर तत्काल कार्रवाई करते हुए 8 जून को प्रेमी युगल को नंदप्रयाग के पास मैठाणा के जंगल से सकुशल बरामद कर लिया गया। 9 जून को यहां नारायणबगड़ तहसील में दोनों के परिजनों की मौजूदगी में उनके दस्तावेजों की जांच की गई।
जिसमें दोनों को ही बालिग पाया गया। इस दौरान दोनों ने आपस में शादी करने की बात कही। युवती ने अपने लिखित बयान में स्वेच्छा से प्रेमी के साथ जाने की बात कबूल करते हुए उसके साथ कोई भी जोर जबरदस्ती न करने बात कही।
दोनों के परिजनों की रजामंदी के बाद बृहस्पतिवार को मंदिर में प्रेमी युगल की शादी कर दी गई। राजस्व उपनिरीक्षक राजेश्वरी रावत ने बताया कि शादी करने के बाद परिजनों तथा गवाहों की उपस्थिति में सब रजिस्टार कोर्ट चमोली(गोपेश्वर)में उनके विवाह को पंजीकृत किया गया।
इस तरह काफी जदोजहद के बाद आखिरकार प्रेमी युगल अपने प्यार की मंजिल को पाने में सफल हो गए। प्रेमी युगल की बरामदगी में राजस्व उपनिरीक्षक राजेश्वरी रावत के साथ पीआरडी जवान हरीश लाल की भूमिका भी सराहनीय रही।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा