Home उत्तराखण्ड कुम्भ में फर्जी एंटिजन टेस्ट घोटाले पर हो हत्या का मुकदमा दर्ज...

कुम्भ में फर्जी एंटिजन टेस्ट घोटाले पर हो हत्या का मुकदमा दर्ज – संजय भट्ट,आप प्रवक्ता

न्यूज डेस्क / देहरादून। आम आदमी पार्टी प्रवक्ता संजय भट्ट ने एक प्रेस बयान जारी करते हुए ,हरिद्वार कुम्भ में हुए फर्जी  रैपिड एंटिजन टेस्ट घोटाले में 302 का मामला बताते हुए इसे हाईकोर्ट की अवमानना बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कुंभ मेें हुई फर्जी जाचों से हाईकोर्ट को भी गुमराह करने की कोशिश की गई जो सीधे सीधे हाईकोर्ट की अवमानना है।

आप प्रवक्ता भट्ट ने कहा कि, आप पार्टी इस खुलासे के बाद इस पूरे भ्रष्टाचार की ऑडिट की मांग पर कायम है। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ फर्जी एंटीजन टेस्ट ही नहीं बल्कि सीधे तौर पर लोगों की जान से खिलवाड करने की एक कोशिश की गई जिसका खुलासा उस व्यक्ति की शिकायत पर हुआ जिसके मोबाईल पर जांच की रिपोर्ट भेजी गई जबकि वो व्यक्ति कभी हरिद्वार कुंभ में गया ही नहीं।

संजय भट्ट ने आगे कहा कि, कुंभ भारत की संस्कृति का अहम हिस्सा है, जिससे भारत की संस्कृति को पहचानने लोग दूर दूर से आते हैं,लेकिन बडे दुर्भाग्य की बात है कि, इस कुंभ के दौरान एक दर्जन से ज्यादा साधु-संतों की इस दौरान कोरोना महामारी से मृत्यु हो गई । उन्होंने कहा कि, इससे प्रथमदृष्टया यही प्रतीत होता है कि ,सीधे तौर पर कुंभ में आने वाले साधु संतों और लोगों की जान से खिलवाड करने की कोशिश की गई और इसका कारण है कुंभ के दौरान फर्जी टेस्टिंग, इसलिए वो सरकार से मांग करते हैं कि, इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कुंभ फर्जी जांच मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने चाहिए और सभी टेस्टों का ऑडिट किया जाना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि, कुंभ के दौरान हाईकोर्ट ने उत्तराखण्ड सरकार को निर्देश दिए थे कि,कुंभ के दौरान हरिद्वार में रोजाना 50 हजार टेस्ट किए जाएं, लेकिन जिस तरह से जांच के नाम पर फर्जी टेस्टिंग का खेल हुआ और करोडों रुपयों का इन प्राईवेट लैब्स को भुगतान हुआ,उससे ये जाहिर है कि इस पूरे मामले में सरकार द्वारा हाईकोर्ट को भी गुमराह किया गया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद कोरोना टेस्ट की संख्या को कुंभ के दौरान फर्जी तरीके से बढाया गया,जिसमें सीधे सीधे कंडैमप्ट ऑफ कोर्ट का मामला बनता है।

भट्ट ने कहा कि उत्तराखण्ड में पिछले 20 सालों से अनेकों घोटाले उछलते रहे हैं, लेकिन आज तक किसी घोटाले का पटाक्षेप नहीं हुआ। ढैंचा बीज घोटाला, आपदा घोटाला, स्टर्डिया घोटाला, कुम्भ घोटाला, जमीन घोटाला, पाॅली हाउस घोटाला, कर्मकार कल्याण बोर्ड घोटाला, पूर्व मुख्यमंत्रियों व उनके करीबियों के स्टिंग और अब हरिद्वार में कुम्भ के नाम पर फर्जी एंटिजन टेस्ट घोटाला, इन सबसे उत्तराखण्ड की आम जनता सिर्फ छली गई है।

उन्होंने आगे कहा कि ,अब तक रही दोनों ही सरकारों ने 56 घोटाले और 65 घोटालों के खुलासे की बातें भले ही कही हों, लेकिन कोई भी सरकार ,इसको लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि, अब उत्तराखण्ड की जनता ऐसे छलावे में नहीं आने वाली और आने वाले चुनावों में, यही जनता अब ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी,जिन्होंने ना सिर्फ शहीदों के सपने तोडे बल्कि जनता के विश्वास के साथ छलावा किया है।