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न्यूज डेस्क / देहरादून। तेजी से कम होते कोरोना के मामलों के बीच उत्तराखंड सरकार ने देश-दुनिया के पर्यटकों को बढ़ी राहत दी है। इसके साथ ही पर्यटक स्थलों में प्रवेश से पहले कोरोना आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य करने से पर्यटक स्थल सुरक्षित हुए हैं।

वीकेंड पर मसूरी और नैनीताल आने वाले पर्यटकों को कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी पड़ रही है। व्यापारियों का कहना है कि इस फैसले से पर्यटक स्थल में कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के साथ अनावश्यक भीड़ को भी काबू किया जा रहा है। प्रशासन के इस निर्णय से व्यापारी पूरी तरह से खुश हैं। इससे पर्यटक स्थलों पर बढ़ रहे दबाव को भी कम किया जा रहा है। जिससे जाम की स्थिति पैदा नहीं हो रही है।

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा, ‘‘प्रदेश में पर्यटक स्थलों पर व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य किया गया है। राज्य में पर्यटकों को कोविड उचित व्यवहार के लिए मास्क, सेनेटाईजेशन, समाजिक दूरी का कढ़ाई से अनुपालन कराने के निर्देश दिये गये हैं।

दिनेश शाह,अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन, नैनीताल ने बताया कि नैनीताल आने से पहले काठगोदाम और कालीढूंगी पर जांच कर उन्हीं पर्यटकों को प्रवेश दिया जा रहा है जिनके पास कोरोना की आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट है। इस व्यवस्था से जिले को कोरोना संक्रमण से बचाने के साथ अनावश्यक भीड़ का तांता भी नहीं लग रहा है। जिससे जिले में आने वाले पर्यटकों को जाम का सामना नहीं करना पड़ रहा है।

संदीप साहनी, अध्यक्ष उत्तराखंड होटल एसोसिएशन ने बताया कि मसूरी आने वाले पर्यटकों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य करने से लोगों को जाम से राहत मिली है। इसके अलावा मसूरी के पर्यटक स्थलों पर अनावश्यक भीड़ भी जमा नहीं हो रही है। पर्यटक पहले बुकिंग करा कर मसूरी आ रहे हैं।

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