स्थानीय संपादक / नारायणबगड़। कोरोना संक्रमण से ग्रसित ग्राम पंचायत डुंग्री को एक महीने बाद जिलाधिकारी की संस्तुति पर कंटेनमेंट जोन से अवमुक्त हो गया है।
विकास खंड के डुंग्री ग्राम पंचायत में पिछले माह 518 ग्रामीणों की आरटीपीसीआर सेंपलिंग जांच की गई थी। जिसमें भारी भरकम संख्या में कोरोना संक्रमित पाये गये थे। जिनकी शुरुवाती संख्या 47 थी जो बाद की जांच रिपोर्ट आने पर बढती गई और 88 तक पहुंच गई थी। इसको देखते हुए ग्रामीणों की मांग पर उपजिलाधिकारी थराली ने जिलाधिकारी से डुंग्री ग्राम पंचायत को सुरक्षा के दृष्टिगत कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए पत्राचार किया था।
तब जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने डुंग्री गांव को 8 मई को कंटेनमेंट जोंन घोषित कर गांव में आवागमन प्रतिबंधित कर दिया था। इस बीच डुंग्री गांव में प्रशासन तथा स्वास्थ्य महकमा लगातार कोरोना संक्रमितों की देखरेख करने में जुटे रहे,साथ ही स्वयं सेवियों,संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों ने डुंग्री गांव के लिए हर संभव मदद जुटाई।
डुंग्री गांव को कंटेनमेंट जोन बनाये एक माह से भी ऊपर समयावधि के बाद मेडिकल जांच में सभी कोरोना संक्रमितों सहित सभी ग्राम पंचायत वासीयों को स्वस्थ पाने के बाद पुनः जिलाधिकारी से ग्राम पंचायत को कंटेनमेंट जोन से अवमुक्त करने की मांग करने पर जिलाधिकारी ने डुंग्री गांव को कंटेनमेंट जोन से अवमुक्त कर दिया है।
शुक्रवार को डुंग्री गांव पहुंचे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर नवीन चंद्र डिमरी के नेतृत्व में पुनः ग्रामवासियों की जांच की गई जिसमे सभी फिट पाए गए। गांव के कंटेनमेंट जोन से अवमुक्त होने पर ग्रामीणों ने स्वास्थ्य महकमें के कर्मचारियों के ऊपर फूल वर्षाकर उनका शुक्रिया अदा किया। डुंग्री गांव के सामाजिक कार्यकर्ता अनिल उनियाल ने बताया कि इस मौके पर ग्राम प्रधान की ओर से सभी प्रशासनिक अधिकारियों को आमंत्रित किया गया था।
परंतु कोविड-19 की व्यस्तता के कारण सभी अधिकारी गण इस अवसर पर डुंग्री गांव नहीं पहुंच पाये।बताया कि गांव में सभी के सकुशल होने पर हर्षोल्लास है,कहा कि हम सभी शासन प्रशासन का बहुत बहुत आभार व्यक्त करते हैं। इस अवसर पर ग्राम प्रधान नरेन्द्र रावत, ब्लाक प्रमुख यशपाल सिंह नेगी,भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष भूपालराम टम्टा,मंडल अध्यक्ष एम एन चंदोला,जेष्ठ उप प्रमुख कुशलानंद सती,भगवती सती,मयंक उनियाल, दीपक सती आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा