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चमोली में संयुक्त किसान मोर्चे व संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच के आह्वान पर, केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर विरोध प्रर्दशन

स्थानीय संपादक / चमोली गढ़वाल। चमोली। संयुक्त किसान मोर्चे व संयुक्त ट्रेड यूनियन मंच के आह्वान पर आज केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ किसान बचाओ,खेती बचाओ और लोकतंत्र बचाओ नारे के साथ जनपद चमोली में जगह-जगह विरोध प्रर्दशन आयोजित किए गए।

गोपेश्वर जिला मुख्यालय में बस अड्डे के पास अखिल भारतीय किसान सभा, सीटू, एटक, आप पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा जोरदार सरकार वरोधी नारों, बैनरों व पोस्टरों के साथ धरना दिया गया। प्रदर्शनकारियों की सरकार से मांग है कि चारों श्रम संहितायें,तीनों कृषि कानून व बिजली कानून 2020 को अविलंब निरस्त किया जाय,न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून पास किया जाय।

एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर सार्वभौमिक मुफ्त टीकाकरण किया जाए,सभी जरूरतमंदों को प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम मुफ्त खाद्यान्न तथा गैर आयकर परिवार के लोगों को ₹-7500 प्रति माह नकद हस्तांतरण किया जाए,सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों व सरकारी विभागों के निजीकरण की नीति को अविलंब वापस लिया जाए,फ्रंटलाइन वर्करों को ₹-50 लाख के बीमा के दायरे में लाया जाए तथा मृत्यु की दशा में अभिलंब उचित मुआवजा दिया जाए।

जिला मुख्यालय बस स्टैंड गोपेश्वर पर धरने में बैठने वाले लोगों में किसान सभा के सचिव ज्ञानेंद्र खंतवाल, उपाध्यक्ष भूपाल सिंह रावत,नंदन सिंह नेगी सीटू के जिला अध्यक्ष मदन मिश्रा, महिला समिति की मीना बिष्ट, उषा बिष्ट,गीता बिष्ट,लता मिश्रा, एसएफआई से ज्योति बिष्ट डीवाईएफआई के गजेंद्र बिष्ट एटक के विनोद जोशी,भरत पवार,आप पार्टी के अनूप रावत तथा अनुराग पोखरियाल आदि ने हिस्सा लिया।

जिला मुख्यालय गोपेश्वर के अतिरिक्त जोशीमठ,किरोली गडोरा, कर्णप्रयाग आदि स्थानों पर आज किसान मोर्चे से संबंधित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रर्दशन में भागीदारी की।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा