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स्थानीय संपादक / गोपेश्वर,चमोली।
जनपद के संपूर्ण क्षेत्रों में झमाझम हो रही बारिश से मौसम खुशगवार बन गया है साथ ही किसानों ने भी राहत की सांस ली है। ऊंची पहाडियों में जमकर बर्फवारी होने से ठंडक भी लौट आई है।

पिछले कई महीनों से पूरे उत्तराखंड में सूखे की मार झेल रहे पर्वतीय इलाकों के किसानों की गेहूं, सरसों की फसल चौपट हो कर रह गई थी।हालात यह थे कि भारी गरमी भी फरवरी मार्च में ही पड़ने लगी थी। गेंहू की फसल बरबाद होने से यहां के काश्तकारों के चेहरों पर मायूसी छा गई थी।

लोगों और जनप्रतिनिधियों ने सरकार से सूखा घोषित कर किसानों को मुआवजा देने की मांगे भी उठाई थी,परंतु अभी तक प्रशासन ने गांवों में जाकर काश्तकारों की.बरबाद हुई फसलों का जायजा लेने की सुध भी नहीं ली। पिछले दो तीन दिनों से हो रही बारिश से जहां बद्रीनाथ,ओली,सुतोल,पेरी,सोल पट्टी के बुग्यालों, रूपकुंड घाटी,हेमकुंड साहिब,चोपता तुंगनाथ आदि ऊचाई वाले स्थानों पर जमकर बर्फवारी हो रही है जिस कारण एक बार फिर ठंडक लौट आई है।

पिछले दो दिनों से यहां हो रही झमाझम बारिश से ग्रामीण किसानों का कहना है कि गेहूं की फसल तो चौपट हो गई हैं परंतु अब धान और दलहन की फसलों के लिए यह बारिश कुछ उम्मीद लेकर आई है।हालांकि क्षेत्र में शादी ब्याह का सीजन भी है तो बारिश से शादियों के कार्यक्रम में खलल तो पड़ ही रहा है। परंतु बात बेतहाशा गर्मी और सूखे से निजात मिलने की भी है।

विकासखंड घाट के ग्राम पंचायत धूनी में 21 अप्रैल को हुई तेज बारिश,तूफान और तेज आसमानी गरजनाओं में शाम के समय गोविंद राम पुत्र पदमी राम आसमान से बिजली कड़कने ।और उसकी चपेट में आने से घायल हो गया। पूर्व बीडीसी मेंबर बीरेंद्र शाह ने बताया कि गोविंद राम का उपचार चल रहा है और वह फिलहाल खतरे से बाहर है।

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