Home उत्तराखण्ड नववर्ष प्रतिपदा पर 2100 दीप प्रज्वल्लित करेगा ब्राह्मण समाज महासंघ

नववर्ष प्रतिपदा पर 2100 दीप प्रज्वल्लित करेगा ब्राह्मण समाज महासंघ

न्यूज डेस्क / देहरादून। आज ब्राह्मण समाज महासंघ उत्तराखंड की एक बैठक महात्मा खुशी राम लायब्रेरी में, महासंघ के एक घटक दल ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद के तत्वावधान में आयोजित हुई।

सभा के मुख्य अतिथि महासंघ के एक संरक्षक एवं उत्तराखंड राज्य में वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद के अध्यक्ष, आचार्य सुभाष जोशी जी रहे।

महासंघ के सभी घटक दलों से नामित संयोजको ने पुष्पमाला से जोशी जी का स्वागत व सम्मान किया। महासंघ की इस बैठक में मुख्य रूप से उत्तराखंड राज्य के एक विधायक द्वारा सनातन धर्म के आराध्य हनुमान जी की आरती दूषित करने और उसके मानवीय उपयोग के दुःसाहस पर अब तक शासन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही न करने के विषय पर चर्चा हुई।

महासंघ के द्वारा 26 मई 2020 को भारत के प्रधानमंत्री को एक विरोध ज्ञापन भेजा गया था। जिसका संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यलय से जुलाई 2020 व नवम्बर 2020 में मुख्य सचिव उत्तराखंड को संज्ञान लेने के लिए कहा गया था परंतु अब तक इस विषय पर कोई कार्यवाही नही हुई। महासंघ सूचना के अधिकार के अंतर्गत प्रशासन से जानकारी मांगेगा। उचित कार्यवाही न होने पर महासंघ इस विषय पर उग्र आंदोलन पर विवश होगा।

महासंघ नव सवंत 2078 की पूर्व संध्या पर 12 अप्रेल को घंटाघर देहरादून पर 2100 दीप प्रज्ज्वलित करेगा। इसके अलावा मई माह में परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में वैदिक ब्राह्मण सभा द्वारा, पूर्व वर्षों की भांति भगवान परशुरामजी की नगर शोभा यात्रा निकाली जाएगी जिसका संचालन ब्राह्मण समाज महासंघ उत्तरखंड करेगा। ब्राह्मण समाज के युवक युवतियों के विवाह परिचय सम्मलेन करवाने पर भी सभा मे विचार बना जल्द ही देहरादून में एक परिचय सम्मलेन आयोजित किया जाएगा, सभा मे अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई ।

सभा मे ब्राह्मण समाज महासंघ उत्तरखंड के मुख्य संयोजक इंजीनियर ओम प्रकाश वशिष्ठ, उप मुख्य संयोजक एस पी पाठक, महासचिव अरुण कुमार शर्मा, प्रचार सचिव व प्रवक्ता डॉ.वी.डी. शर्मा, वित्त सचिव हरिकृष्ण शर्मा व संयोजक मण्डल के प.थानेश्वर उपाध्यय,प. राम प्रसाद गौतम, मनमोहन शर्मा, शशी शर्मा, राजेन्द्र प्रसाद शर्मा,राजेश मोहन,राजेश कुमार शर्मा, विजय जोशी, जीवन प्रकाश शुक्ला, विजय शंकर पांडे, अरविंद शर्मा आदि उपस्थित रहे।