स्थानीय संपादक / नारायणबगड़ चमोली। प्रधानों ने अपने बारह सूत्रीय मांगों पर सातवें दिन भी धरना जारी रखते हुए सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन करते हुए जोरदार नारेबाजी की।
बुधवार को विकास खंड मुख्यालय पर राज्य प्रधान संगठन के आह्वान पर प्रधानों ने अपनी मांगों के लिए सातवें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रखा।इस दौरान उन्होंने सरकार के अड़ियल रवैए के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सरकार से पिछले साल से ही वे लोग कुछ शिकायतों के निस्तारण की मांगे कर रहे हैं। कहा कि एक ओर सरकार पंचायतों को मजबूत करने की बात करती है और दूसरी तरफ पंचायतों के तमाम अधिकार छीनने की साज़िश भी कर रही है। कहा कि प्रधानों ने पिछले साल कोरोनाकाल में सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर प्रवासियों की देखभाल करने के साथ ही सरकार के तमाम गाइडलाइंस पर तत्परता से काम किया था।
इस वर्ष भी कोविड के दूसरी लहर में भी वे सक्रिय रहे परंतु सरकार ने उनको पुरूस्कृत करने के बजाए उनके ही अधिकारों को छीनने का काम किया है। प्रथम तो पंचायतों की निधि से सीएससी सेंटरों को प्रति माह 2500 रुपए देने की बात है जबकि इसके सापेक्ष प्रधानों को मानदेय सिर्फ 1500 रुपए ही दिए जाते हैं,और माह जनवरी में सीएससी सेंटरों की तैनाती के बाद से उन्होंने अभी तक पंचायतों में कुछ भी कार्य नहीं किया है।
इसी तरह सरकार ने पंचायतों की निधि का 50प्रतिशत जल जीवन मिशन में दिए जाने का फरमान भी जारी कर डाला है। जिससे पंचायतों के विकास कार्यों का प्रभावित होने की पूरी पूरी आशंकाएं बनी है। कहा कि अगर सरकार ने हमारी बारह सूत्रीय मांगों पर जल्द से अमल नहीं किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ लोगों से मतदान करने का काम किया जायेगा। इस दौरान कहा गया है कि बृहस्पतिवार को ब्लाक मुख्यालय पर पूर्ण तालाबंदी की जायेगी।
इस अवसर पर प्रधान महेश कुमार,डॉ भूपेंद्र मेहरा,नरेंद्र भंडारी, बंदना नेगी,गुड्डी नेगी,रीना रावत,रेनू नेगी,दर्शन भंडारी,बीरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह,देवेश लाल,मोहन सिंह रावत,हेमा बुटोला,संगीता देवी, महादेवी,पूरण सिंह,सुनील कोठियाल आदि बड़ी संख्या में प्रधान मौजूद थे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा