स्थानीय संवाददाता / द्वारीखाल। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान पौड़ी गढ़वाल के द्वारा दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत दस दिवसीय धूपबत्ती निर्माण कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। जिसमें 28 स्वयं सहायता समूह कि महिलाओं को आजीविका की मुख्य धारा से जोडना है। प्रशिक्षण में बुधवार को पांचवें दिन में अतिया परवेज खण्ड विकास अधिकारी के द्वारा प्रशिक्षण का निरीक्षण किया गया।
खण्ड विकास अधिकारी ने बताया कि आज के समय में दिन प्रतिदिन बढ़ती बेरोजगारी को दूर करने के लिए स्वरोजगार करना बहुत जरूरी है उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में धूपबत्ती उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाए तो धूपबत्ती उत्पादन से आजीविका संवर्धन कर अधिक लाभ अर्जित किया जा सकता है तथा उन्होंने यह भी बताया कि धूपबत्ती उत्पादन हेतु कच्चा माल की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा मे है जिसे मेहनत लगन के साथ किया जाए तो गुणवत्तापूर्ण सामग्री का अधिक उत्पादन किया जा सकता है।
योगेन्द्र सिंह नेगी सहायता खण्ड विकास अधिकारी ने शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की महत्वपूर्ण जानकारी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रदान की तथा सहायक खण्ड विकास अधिकारी ने यह भी बताया कि तकनीक प्रशिक्षण ग्रहण करने के बाद स्वयं का रोजगार स्थापित करने से ही बेरोजगारी को मिटाया जा सकता है। कृतिका जोशी संकाय सदस्य ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान पौड़ी गढ़वाल ने बताया कि धूपबत्ती उत्पादन को स्वरोजगार से जोडा जा सकता है। उन्होंने धूपबत्ती प्रशिक्षण पर स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि धूपबत्ती उत्पादन 6 प्रकार से बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जैसे चन्दन, लोयाल, गूगल, हर्बल एवं गुलाब आदि। उपरोक्त दस दिवसीय धूपबत्ती उत्पादन प्रशिक्षण में नीलम रावत, शर्मिला देवी, नेहा रावत, प्रीति, सुशील देवी, सुबोद्रा देवी, शीतल, गीता देवी, सरला देवी, जशोदा देवी, सरला देवी ,सुमन नेगी, अनुपमा देवी, पुष्पा रावत, आकांक्षा रावत, राखी देवी, संगीता देवी, पायल, मीनाक्षी देवी, शीतल देवी, सपना, नीलम नेगी आदि मौजूद रहे।।
संवाददाता – वीरेंद्र रावत