न्यूज डेस्क / देहरादून। नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद रात को मंत्रिमंडल की पहली बैठक बुलाई और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर मुहर लगाई है।शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में हुई कैबिनेट बैठक में 22 हजार पदों पर सरकारी नौकरी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसके साथ ही लगभग 20 हजार उपनल कर्मचारियों को समान काम का समान वेतन देने का लाभ देने के लिए मंत्री मंडलीय उप समिति गठित करने का निर्णय लिया गया।
रविवार शाम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मंत्रियों के शपथ लेने के बाद कुछ ही घंटों में सचिवालय में पहली कैबिनेट बैठक हुई। जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसलों पर निर्णय लेकर सीएम धामी ने बेरोजगारों व प्रदेश के विकास को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी। कैबिनेट ने बेरोजगार नौजवानों को रोजगार देने और राज्य के विकास संबंधी कई अहम फैसलों पर निर्णय लिया।
विभिन्न विभागों में 22 हजार से अधिक पदों पर नौकरी देने के प्रस्ताव पर भी कैबिनेट ने मुहर लगाई। इसके अलावा राज्य के हित व विकास को लेकर छह संकल्प प्रस्तावों पर भी निर्णय लिया गया। पुलिस विभाग में कांस्टेबलों के ग्रेड पे प्रस्ताव पर उप समिति गठित करने की मंजूरी दी गई।
शासकीय प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि कैबिनेट की पहली बैठक में बेरोजगार, नौजवानों के हित में रोजगार व स्वरोजगार को लेकर अहम निर्णय लिए गए। इसके साथ ही राज्य के विकास और आवश्यकताओं के लिए महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं।
खाली पदों को भरेगी और युवाओं को रोजगार से जोड़ेगी सरकार: धामी
शपथ लेने के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि युवाओं और पार्टी की उनसे जो उम्मीदें हैं उन पर वह खरा उतरेंगे। सरकार विभागों में खाली पदों को भरेगी और युवाओं को रोजगार से जोड़ने का काम करेगी।
चुनाव पर कोई असर नहीं
पांच साल में तीन मुख्यमंत्री बनाए जाने का आगामी विधानसभा चुनाव पर असर के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका कोई असर नहीं होगा। उत्तराखंड में केंद्र और राज्य सरकार ने बहुत काम किए हैं। उन्होंने कहा कि हम उन कामों को जनता के बीच लेककर जाएंगे।
लोगों को राहत देंगे
प्रदेश में कोविड की वजह से लोगों की आजीविका बुरी तरह से प्रभावित हुई है। सरकार का प्रयास होगा कि इसे रास्ते पर लाया जाए। लोगों को राहत दी जाएगी।
प्रदेश की समस्याओं से वाकिफ हूँ
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बार मीडिया से वार्ता में उन्होंने कहा कि वह सैनिक परिवार में पैदा हुए हैं। सीमांत पिथौरागढ़ जिले में उनकी पांचवीं तक की पढ़ाई हुई। जबकि भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र से लगा खटीमा उनकी कर्मस्थली है। वह प्रदेश की समस्याओं से भली भांति वाकिफ हैं।
विभागों में खाली व बैकलॉग के पद भरे जाएंगे
सरकार, सरकार के रूप में नहीं बल्कि जनता की साझेदार के रूप में काम करेगी। उन्होंने कहा कि विभागों में खाली एवं बैकलॉग के पदों को भरा जाएगा।
पूरी क्षमता से काम कर सकें, इसलिए बढ़ाया कद
तीन राज्यमंत्रियों को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सब एक से एक काबिल हैं, सब अपनी पूरी क्षमता से काम कर पाएं इसके लिए उनका प्रमोशन किया गया है।आने वाले समय में इसका परिणाम देखने को मिलेगा।
पुरानी बातें हैं भूल जाइये
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उनके एक विवादित भाषण पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह पुरानी बाते हैं इसे भूल जाइए।