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स्थानीय संपादक / नारायणबगड़,चमोली।
जीआईसी असेड-सिमली का सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का समापन शनिवार को विद्यालय परिसर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों के बीच समारोहपूर्वक किया गया।

शिविर के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण रावत ने स्वंयसेवियों छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना हमें सामाजिक दायित्वों का बोध कराते हुए एक जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा भी देती है।

उन्होंने छात्र जीवन में अनुशासन के महत्व को समझाते हुए कहा कि अनुशासित व्यक्ति अपने कार्यों से ही समाज में अपनी पहचान बनाता है। उन्होंने छात्रों से सामाजिक कुरीतियों व बुराइयों से दूर रहने का आह्वान किया।

इससे पूर्व मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के चित्र का अनावरण कर दीप प्रज्वलित किया गया। एनएसएस के स्वयं सेवकों ने मुख्य अतिथि के सम्मान में स्वागतगान प्रस्तुत कर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने लोकगीत व लोकनृत्य की शानदार प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध किया।

प्रधानाचार्य एमएस नेगी ने एनएसएस के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिविर के दौरान स्वंय सेवियों ने असेड़, सिमली, बनेला,परखाल बाजार,देवीधुरा महामृत्युंजय मंदिर परिसर, चिकित्सालय परिसर,जखोली सैंण बाजार तथा गोरिलधार आदि स्थानों पर जन जागरूकता के कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को पर्यावरण, बेटी बचाओ बेटी पढाओ,स्वच्छता तथा अन्य सामाजिक बुराइयों के प्रति जागरूक किया गया।

कार्यक्रम अधिकारी बिक्रम सिंह भंडारी ने एनएसएस के इस वर्ष की थीम नशामुक्त उत्तराखंड, संस्कार युक्त उत्तराखंड पर चर्चा करते हुए शिविर के दौरान किए गए रचनात्मक कार्यों की जानकारी दी। समारोह में एसएमसी अध्यक्ष जयपालसिंह बुटोला,जीत सिंह बुटोला, महावीर बुटोला,पंचदेव नेगी,परविंद्र नेगी,बीएस रावत, विश्वजीत चौधरी, दीपक हटवाल,राकेश सत्यार्थी ,संतोष कुमार ने भी अपने विचार रखे, कार्यक्रम का संचालन आशुतोष रतूड़ी द्वारा किया गया ।

रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा

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