Lachhiwala toll inaugurated, commotion on toll on first day
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न्यूज डेस्क / देहरादून। ओवरब्रिज लच्छीवाला के पास बने टोल टैक्स बैरियर में गुरुवार सुबह से टैक्स की वसूली शुरू हो गई है। टैक्स वसूली शुरू होने के साथ ही इसका विरोध भी शुरू हो गया। कांग्रेस, उत्तराखण्ड क्रांति दल और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने टोल प्लाजा पर स्थानीय लोगों से टैक्स वसूली का विरोध करते हुए जम कर हंगामा किया। इस दौरान वहां पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी मौजूद रहा। बामुश्किल पुलिस ने इन हंगामा करने वालों को साइड किया जिसके बाद यातायात सुचारू हो सका।

लच्छीवाला टोल प्लाजा पर आज फास्टैग बनाने और शुल्क वसूली के चलते हाइवे पर पहले ही दिन वाहनों की लंबी कतारें लग गई। टोल प्लाजा पर टोल टैक्स वसूली के कारण लगे जाम से डोईवाला से देहरादून जाने वाले कर्मचारी व छात्र-छात्राओं भी परेशानी का सामना करना पड़ा। इतना लंबा जाम होने के कारण दफ्तर जाने वाले लोगों और स्कूली बच्चोें को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। काफी देर तक जाम में लोग फंसे रहे। वहीं युवा एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ आहूजा ने कहा कि लच्छीवाला पर टोल स्थानीय आम जनमानस से टैक्स वसूली के नाम पर लूट की जा रही है।

स्थानीय लोगों को रोज टोल प्लाजा के दोनों ओर आनाजाना पड़ता है। रोजाना इस रोड से सैकड़ों गढ़वाल टैक्सी चालक आना जाना करते हैं। टोल टैक्स में स्थानीय व्यापारियों, किसानों और नौकरीपेशा लोगों के साथ ही निजी वाहनों को छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लंबे समय से स्थानीय लोग टोल टैक्स में छूट की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी मांग को अनसुना कर दिया जाता है। सरकार को स्थानीय जनता की इस मांग को शीघ्र अमल में लाना चाहिए। अन्यथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी स्थानीय लोगों के साथ प्रदर्शन को बाध्य होगी।

वहीं उत्तराखण्ड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने भी आज टोल प्लाजा में पहुंच कर जम कर हंगामा किया। इस दौरान जहां टैक्स वसूली के चलते लंबा जाम लगा हुआ था वहीं प्रदर्शनकारियों के हंगामे के कारण टैक्स वसूली का काम रूक गया जिसके बाद वाहन बिना टैक्स दिये ही वहां से गुजरने लगे और जाम भी खुल गया।

वहीं स्थानीय लोगों का भी कहना है कि वे उन लोगों को कार्यालय आने-जाने के लिए इसी मार्ग से हो कर गुजरना होता है। रोज वे कैसे इतना टैक्स अदा कर सकते हैं। इसी तरह से स्कूली बच्चों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। टैक्स वसूली के चलते यहां पर लगने वाले जाम से स्थानीय लोगों को ही सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ सकती है।

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