न्यूज डेस्क / देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन सदन में विपक्ष के तेवर तल्ख दिखे। सोमवार को आंदोलनकारियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आज सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। लाठीचार्ज के विरोध में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। उसके बाद कांग्रेस नेता विधानसभा भवन के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
विपक्ष ने प्रश्नकाल में मंत्री यशपाल आर्य और सतपाल महाराज विभागों के प्रश्नों पर सरकार को घेरा। वहीं, सदन में मंहगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था को लेकर भी मुद्दा उठाया गया। इसके साथ ही राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई। वहीं, लाठीचार्ज के विरोध में गैरसैंण से लेकर देहरादून और कुमाऊं में भी उबाल बना हुआ है। कई संगठनों ने मंगलवार को जगह-जगह प्रदर्शन किए। कई जगह सरकार का पुतला दहन किया गया।
देहरादून में एनएसयूआई छात्र संगठन के सदस्यों ने डीएवी कॉलेज के गेट के सामने राज्य सरकार का पुतला दहन किया। वहीं, उत्तराखंड महिला मंच के सदस्यों ने डीएम कार्यालय में प्रदर्शन कर जोरदार नारेबाजी की। उधर, हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में में भी यूकेडी कार्यकर्ताओं ने लाठीचार्ज का विरोध किया और सरकार का पुतला दहन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज से यह साफ हो गया है कि प्रदेश सरकार दमन की नीति पर विश्वास करती है। कांग्रेस इस मामले को सदन में भी उठाएगी और सदन के बाहर भी इसका पुरजोर विरोध करेगी। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज करवा कर सरकार ने अपना जनविरोधी रुख सामने रख दिया है। वहीं, मालकोट-सेरा-तेवाखर्क सड़क निर्माण संघर्ष समिति के करीब 50 लोगों ने प्रमुख लोनिवि के अभियंता से मुलाकात की। वहां जब उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उसके बाद उन्होंने भराड़ीसैंण के लिए कूच किया, लेकिन बैरियर पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। कुछ देर बाद नारेबाजी करने के बाद वे वापस चले गए।