श्रेई इक्विपमेंट फाइनेंस ने नई पूंजी जुटाने के लिए स्ट्रैटेजिक को-ऑर्डिनेशन कमेटी का गठन किया

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न्यूज डेस्क / देहरादून। श्रेई इक्विपमेंट फाइनेंस लिमिटेड (“एसईएफएल”) के बोर्ड अपनी बैठक के दौरान स्ट्रैटेजिक को-ऑर्डिनेशन कमेटी (“एससीसी”) का गठन किया, जिसमें स्वतंत्र निदेशकों को शामिल किया गया है।

कारोबार के लिए नई पूंजी जुटाने की दिशा में प्रबंधन के साथ परामर्श कर एससीसी संभावित रणनीतिक और प्राइवेट इक्विटी निवेशकों के साथ समन्वय करेगा, बातचीत करेगा और चर्चाओं को पूरा करेगा।

एससीसी की अध्यक्षता स्वतंत्र निदेशक मलय मुखर्जी द्वारा की जाएगी। समिति के अन्य सदस्यों में स्वतंत्र निदेशक सुरेश कुमार जैन, डॉ. (श्रीमती) तमाली सेन गुप्ता, श्री उमा शंकर पालीवाल और श्री श्यामलेंदु चटर्जी शामिल होंगे। इसके साथ ही संबंधित क्षेत्र के मामले में विशेष जानकारी रखने वाले लोगों को भी इसमें शामिल किया जाएगा।

एसईएफएल भारत की सबसे बड़ी इक्विपमेंट फाइनेंस कंपनियों में से एक है। कंपनी ने कहा कि प्रस्तावित पूंजी निवेश के मामले में अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने रुचि (एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट) दिखाई है।

प्रस्तावित पूंजी निवेश से एसईएफएल के पूंजी आधार को मजबूती मिलने की उम्मीद है और कंपनी को महामारी की वजह से भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र में आई कमजोरी से उबरने में सहायता मिलेगी।

एनबीएफसी के लिए पूंजी कच्चे माल की तरह होता है। एसईएफएल लगातार अपने पूंजी आधार को मजबूत करने की संभावनाओं को तलाशती रही है। मशहूर अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की तरफ से मिला एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट श्रेई के बिजनेस में अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है। कंपनी जल्द से जल्द कर्जदाताओं से जुड़े मसलों को सुलझाने की दिशा में काम कर रही है।

कमेटी अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की तरफ से मिले एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट को आगे ले जाएगी और साथ ही अन्य संभावित निवेशकों के साथ चर्चा की शुरुआत करेगी, जो पिछले एक साल से कंपनी के प्रबंधन के साथ संपर्क में हैं। कमिटी को एडवाइजर्स और निवेश बैंकर्स द्वारा सहयोग मिलेगा जोकि सदस्यों के साथ करीब से काम कर रहे हैं।

नकद प्रवाह पुनर्निमाण योजना के लिए एसीसी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के अलावा निवेश बैंकर्स, वकीलों और सलाहकारों समेत सभी बाहरी सेवा प्रदाताओं के लिए नोडल एजेंसी होगी।

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