न्यूज डेस्क / गैरसैंण। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में गैरसैंण को नया मंडल बनाने की घोषणा की। गढ़वाल, कुमाऊं के बाद राज्य के इस तीसरे मंडल में चमोली, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले शामिल किए गए हैं। गैरसैंण मंडल मुख्यालय होगा, विधानसभा में बजट भाषण समाप्त करने के बाद मुख्यमंत्री ने गैरसैंण को मंडल बनाने का ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि गैरसैंण में कमिश्नर और डीआईजी स्तर का अधिकारी बैठेगा। गैरसैंण के सुनियोजित नगरीय विकास के लिए एक महीने में टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने पिछले साल आज ही के दिन भराड़ीसैंण (गैरसैंण) को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी। सबकी निगाहें उन पर लगी थी कि वे गैरसैंण के लिए इस साल क्या घोषणा करते हैं। लोग यही सोच रहे थे कि वह गैरसैंण को जिला बनाने की घोषणा कर सकते हैं। लेकिन उन्होंने गैरसैंण को कमिश्नरी बनाने की घोषणा कर दी।
सदन में जब उन्होंने यह घोषणा की तो सत्ता पक्ष ने मेजे थपथपा कर इसका जोरदार समर्थन किया। मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में 20 हजार फलदार पौधे रोपकर यहां फल पट्टी विकसित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि फलदार पौधरोपण करने के साथ ही यहां फल एवं खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित होगी। मुख्यमंत्री ने हाल ही में बनाई गई नई नगर पंचायतों के लिए एक-एक करोड़ रुपये की घोषणा की। इस धनराशि से नवगठित सात नगर पंचायतों में अवस्थापना सुविधाएं जुटाई जाएंगी।