न्यूज डेस्क / देहरादून। मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में सचिवालय सभागार में आपदा प्रबन्धन की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मुख्य सचिव ने रैणी गांव तहसील जोशीमठ चमोली में धौलीगंगा एवं ऋषिगंगा के जल स्तर में हुई आकस्मिक वृद्धि के कारण आई आपदा के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों और ऐजेंसियों को लगातार सर्चिंग अभियान जारी रखने तथा सम्बन्धित क्षेत्रों में किसी भी प्रकार से जल अवरूद्ध ना हो साथ ही लोगों को हर तरह की सहायता करने के निर्देश दिये। उन्होंने सम्बन्धित विभागों को लगातार घटना स्थल पर हर संभव सक्रिय सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिये।
इस दौरान उपमहानिरीक्षक एसडीआरएफ रिद्धिमा अग्रवाल ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि ऋषि गंगा में अवरूद्ध हुए पानी की सुगम निकासी हो रही है तथा अब पानी का स्तर बहुत तेजी से घट रहा है तथा 1-2 दिन के भीतर पूरी तरह से सामान्य होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि साइट पर एसडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी, सिंचाई, वाडिया संस्थान के वैज्ञानिक तथा स्थानीय अधिकारी मौजूद हैं तथा उन्होंने स्थल पर हैलीपैड स्थल का भी चयन कर दिया है तथा मौके पर नजर रखे हुए हैं।
इस दौरान बैठक में सेना व आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी, गृह सचिव नितेश झा, आपदा प्रबंन्धन सचिव एस.ए. मुरूगेशन, उत्तराखण्ड अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र (यूसेक) के निदेशक डॉ एम.पी बिष्ट सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।