न्यूज डेस्क / देहरादून। पिछले 5 दिनों से अपने घर पर ही एकांतवास में रह रहे आप के प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट अपना कोरोना टेस्ट करवाने निकले तो, दून अस्पताल में डॉक्टर व टेक्नीशियन के कोरोना पॉजिटिव आने से जांच दो दिन बन्द है।
तीलू रौतेली में विगत एक माह से जांच बन्द की जा चुकी है। कोरोनेशन अस्पताल में चार लाइनों की प्रक्रिया से गुजर कर 4-5 घंटे में जांच करवा पाना सम्भव है।
यह है राजधानी देहरादून के अस्पतालों में कोरोना जांच के हालात, तो दूसरे जिलों और सुदूर पहाड़ के हालात तो भगवान भरोसे ही समझिए। आप नेता संजय भट्ट के लाइन में लगने के दौरान 2 पत्रकार बन्धु भी वहां आए, एक पत्रकार बन्धु ने फेसबुक लाइव किया, मुझे दिखाते हुवे बोले ये आप नेता हैं, लाइन में लगे हैं कोरोना टेस्ट करवाने, ऐसे नेताओं को देख अच्छा लगता है। दूसरे पत्रकार बन्धु फोटोग्राफर थे उन्होंने भी लाइन में लगे लोगों के फोटो लिए, शायद कल के अखबार में आप देखें।
लगातार 4 घटों तक लाइन में लगने के बाद जब नम्बर आया तो एक पुलिस कर्मी इमरान अली पंहुंचे, संजय भट्ट ने कहा लाइन में लगिए तो लगे हड़काने, जब भट्ट ने मोबाइल निकाल कर वीडियो बनाना शुरू किया तो थोड़े ढीले हुए और पुलिस कर्मी इमरान अली बोले कि हमें अपना नहीं केवल वीआईपी है। पूछने पर बोले उत्तराखण्ड के राज्यमंत्री हैं। तभी एक अन्य पुलिस कर्मी वर्दीधारी जितेंद्र सिंह रावत पंहुंचे और कहने लगे हम बनाते हैं तुम्हारा वीडियो, इन वर्दीधारी का मास्क मुँह नाक नहीं ठोड़ी पर था, तो जनता ने सवाल खड़े कर दिए आप पहले मास्क तो लगा लो।
बात यहीं खत्म नहीं हुई बल्कि राज्यमंत्री दर्जाधारी शमीम आलम का गनर अस्पताल कर्मियोम पर शमीम आलम का टेस्ट कार में ही करने आने का दबाव बनाने लगा। यही नहीं स्वास्थ कर्मियों के मना करने पर की यहाँ लोगों को छोड़ कर हम कार में नहीं जा सकते तो पुलिस कर्मी इमरान अली सीएमएस का फोन नहीं आया क्या कहने लगा।
बड़ी लंबी लाइनों की जद्दोजहद के बाद आप प्रवक्ता का कोरोना टेस्ट हुआ। इसके बाद राज्यमंत्री शमीम आलम भी मजबूरन टेस्ट करवाने कार से उतरे।
लेकिन हनक इतनी की कार को वहीं कोरोना टेस्ट के बूथ तक लाये जो कि कोरोनेशन अस्पताल के गेट पर है। कार गेट पर खड़ी, मंत्री टेस्ट करवा रहे गनर उनके पीछे खड़े और तभी कोरोनेशन में एक एम्बुलेंस सायरन देती हुई गेट पर खड़ी हो गई, अस्पताल के अंदर आती कैसे, रास्ता तो राज्यमंत्री की कार ने घेर रखा था। फिर वही गनर साहेब भागते हुए आए गाड़ी हटाई, तब कहीं एम्बुलेंस अंदर आई।
तो मूल सवाल यह है कि यह है उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून की कोविड-19 व्यवस्था…..
परीक्षा देने वाले बच्चे, बाहर दूसरे राज्यों में जाने वाले नागरिक और कोरोना संदिग्ध मरीज सब एक लाइन में, ऐसे तो कोरोना बढेगा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी घटेगा नहीं।
बाकी कसर आपके तथाकथित राज्यमंत्री पूरी कर रहे, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी आपने शायद कागजों में दर्जामंत्री हटाये, उनकी सुविधा गनर हनक तो अभी भी जारी है, जो कोरोना महामारी में स्वास्थ्य व्यवस्था को पलीता लगा रहे। हो सके तो व्यवस्था सुधार लो मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी – (आप नेता संजय भट्ट )
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