स्थानीय संवाददाता / नंदप्रयाग चमोली। हर वर्ष माता अनसूया देवी को रक्षांबधन के एक दिन पूर्व ब्रह्म कमल चढ़ाये जाते है इस बार ग्राम सभा मंडल और ग्राम सभा कुनकुली के द्वारा यह कार्य पूरी आस्था और श्रद्धा से पूर्ण किया गया ।
बताते चलें कि यह प्रथा सदियों पुरानी है इसमें मंडल घाटी के आठ ग्राम सभाएं सिरोली,मंडल, बैरागना,भादाकोटी, कुंकुली,कोटेश्वर,बंद्वारा व अनसूया भाग लेती है। प्रति वर्ष दो ग्राम सभाओं की जिम्मेदारी इस कार्य के लिए सुनिश्चित की जाती है।पहले दिन बारी वालों को अनसूया धाम में जाना होता है और उसके बाद प्रातः अगले दिन स्नान करके नंगे पैर बारी वालों को ब्रह्म कमल लेने जाना होता है।
गौरतलब है कि समूद्र तल से लगभग 11 हजार फीट की ऊंचाई तक चढ़कर ये कार्य किया जाता है,इसमें विभिन्न प्रकार की कठिनाईयों को पार करना होता है परन्तु यह मां अनसूया की यह कृपा ही है कि हर वर्ष यह कार्य बहुत सुगमता से पूर्ण हो जाता है।
माना जाता है कि अमृत गंगा और बलखिला दो अविरल धाराओं का उद्गम स्थल भी यहीं है और पुनः इनका संगम मंडल के ब्योमकेश शिवालय के निकट ब्योमथी नामक स्थान पर होता है। यह यात्रा अनसूया धाम में ब्रह्मकमल चड़ाने के साथ ही पूर्ण होती है ।
संवाददाता- शशांक राणा