न्यूज डेस्क / देहरादून। डॉ. सुमीत जैरथ, आई.ए.एस, सचिव, राजभाषा, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पंजाब नैशनल बैंक के प्रधान कार्यालय में अखिल भारतीय राजभाषा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पंजाब नैशनल बैंक द्वारा डॉ. सुमीत जैरथ, आई.ए.एस, सचिव, राजभाषा, गृह मंत्रालय, भारत सरकार की गरिमामय उपस्थिति रही एवं बैंक के एमडी एवं सीईओ सीएच. एस. एस. मल्लिकार्जुन राव की अध्यक्षता में अखिल भारतीय राजभाषा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें सभी कार्यपालक निदेशकगण तथा मुख्य महाप्रबंधकगण शामिल हुऐं।
इस राजभाषा संगोष्ठी में देश भर के अंचल कार्यालयों के राजभाषा प्रभारी एवं राजभाषा अधिकारी वेबेक्स के माध्यम से जुड़े। इस अवसर पर पंजाब नैशनल बैंक द्वारा हिंदी नोटिंग सहायिका का प्रकाशन किया गया जिसका विमोचन डॉ. सुमीत जैरथ, आई.ए.एस, सचिव, राजभाषा, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के कर कमलों से किया गया और उन्होंने इसे अत्यंत उपयोगी बताया।
संगोष्ठी में सचिव महोदय ने राजभाषा के सफल कार्यान्वयन के लिए ‘12 प्र’ की रणनीति के बारे में विस्तार से चर्चा की। राजेश श्रीवास्तव, उपनिदेशक (कार्यान्वयन), गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग द्वारा अनुवाद टूल “कंठस्थ” के बारे में तथा श्री विक्रम सिंह सोढ़ी, सहायक निदेशक, केन्द्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान द्वारा “लीला” एप्प के बारे में सभी को विस्तृत जानकारी प्रदान की।
मनीषा शर्मा, सहायक महाप्रबंधक-राजभाषा, पीएनबी ने पॉवर पॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से पीएनबी में राजभाषा गतिविधियों एवं उपलब्धियों को अध्यक्ष महोदय के सम्मुख प्रस्तुत किया।
डॉ. सुमीत जैरथ ने कहा कि ‘12 प्र’ की रणनीति को आधार मानते हुए उच्च प्रबंधन स्तर पर राजभाषा हिंदी को बढ़ावा दिया जाए ताकि समस्त स्टाफ सदस्यों में राजभाषा के प्रति सकारात्मक माहौल पैदा हो सके। सचिव महोदय ने पीएनबी द्वारा राजभाषा हिंदी के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह अन्य संस्थानों के लिए भी अनुकरणीय है।
बैंक के एमडी एवं सीईओ ने इस संगोष्ठी को बैंक के कार्यपालकों एवं अधिकारियों के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। कार्यपालक निदेशक संजय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि इस संगोष्ठी से बैंक में राजभाषा कार्यान्वयन को नई दिशा प्राप्त हुई है।