स्थानीय संपादक/नारायणबगड़ चमोली।पीएमजीएसवाई की सड़कें लोगों को सुविधाएं कम मुसीबतें ज्यादा पैदा कर रही हैं । शुक्रवार को निलाडी, डांगतोली, सनेड, ज्यूडा,माल,अंगोठ, बैनोली आदि गांव के लोग तहसील नारायणबगड़ में धरने पर बैठे।
इन गांवों के लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण में पीएमजीएसवाई ने मनमर्जी से उनके खेत,खलिहान, रास्ते, पेयजल, आवासीय मकानों के आसपास सड़क काट डाली है जिससे बारिश ही नहीं बल्कि बिना बारिश के भी भारी नुक़सान उनको झेलना पड़ रहा है। लोगों का कहना यह भी है कि लगातार पीएमजीएसवाई के संबंधित अधिकारियों को शिकायत भेजी जाती हैं परंतु उनकी शिकायतों को वहां से भी नजरंदाज कर दिया जाता है।
23 मार्च को गडकोट में आयोजित डीएम जनता दरबार में भी यहां के क्षेत्रवासियों ने सड़कों के निर्माण में हो रही तमाम खामियों की शिकायत जिलाधिकारी से की थी।जिसपर मौके पर ही जिलाधिकारी ने अपने अधीनस्थों और संबंधित विभागों को जांच कर लोगों की शिकायतों को हल करने के निर्देश दिए थे परंतु मामले लोगों के लिए यथावत बने रहे।
इन्हीं अनदेखियों के चलते क्षेत्र के ग्रामीण तहसील में धरने पर बैठने के लिए मजबूर हुए हैं। धरने पर बैठने से पूर्व ही प्रभावितों ने तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन देकर समाधान न होने की दशा में छः अगस्त से तहसील में धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी गई थी।लेकिन प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया और लोग धरने पर बैठने को विवश हुए हैं।और अब उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होने की सूरत में उन्होंने आत्मदाह की चेतावनी भी दे डाली है।
धरनास्थल पर तहसीलदार रवि शाह ने पहुंचकर प्रभावित लोगों के नुक्सान का निरीक्षण करने का आश्वासन दिया और कहा कि इसके लिए एक संयुक्त निरीक्षण टीम गठित कर दी गई है। उन्होंने धरना दे रहे ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया परंतु ग्रामीणों का कहना था कि जब-तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है वे धरने पर बैठे रहेंगे।
धरने पर बैठने वाले देवेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह,आनन्द सिंह,खुली लाल, बिक्रम सिंह, जिला पंचायत प्रतिनिधि देवेंद्र सिंह देवराज, सामाजिक कार्यकर्ता धरमसिंह, खिलाफ सिंह,जयवीर सिंह,राजू लाल,सुनील कोठियाल, संदीप पटवाल, देवेंद्र बिष्ट,बीरेंद्र सिंह,देवेश लाल, डॉ ज्योति नेगी आदि शामिल रहे।
रिपोर्ट- सुरेन्द्र धनेत्रा