न्यूज डेस्क / देहरादून । उत्तराखण्ड में रविवार को 550 नए कोरोना संक्रमण के केस सामने आए हैं। प्रदेश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 1,02,264 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार,अल्मोड़ा में 14, बागेश्वर में 8, चमोली में 2, चम्पावत में 8, देहरादून में 221, हरिद्वार में 173, नैनीताल में 55, पौड़ी में 14, पिथौरागढ़ में 5, रुद्रप्रयाग में 1, टिहरी में 17, ऊधमसिंह नगर में 23 एवं उत्तरकाशी जिले में 9 कोरोना संक्रमित मिले हैं, दो संक्रमितों की मौत हुई है।
कोरोना टीकाकरण के लिए अब स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंट लाइन वर्कर का पंजीकरण नहीं होगा।
केंद्र सरकार ने शिकायतों के बाद इन दोनों ही वर्गों में कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए हैं। इस श्रेणी में अब केवल उन्हीं लोगों का पंजीकरण होगा जो पहले से ही रजिस्टर होंगे। विदित है कि केंद्र सराकर ने टीकाकरण की शुरूआत हेल्थ केयर वर्कर से की थी। उसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर का टीका करण किया गया, लेकिन इस श्रेणी में अभी तक पंजीकरण हो रहे हैं।
कई राज्यों में तो अचानक इन दोनों श्रेणियों में पंजीकरण कराने वालों की संख्या बढ़ी है। केंद्र की आशंका है कि कुछ लोग इस श्रेणी का लाभ लेकर दुरुपयोग कर रहे हैं। इसे देखते हुए अब इन दोनों श्रेणियों में टीकाकरण के लिए पंजीकरण रोक दिया गया है। जो लोग पहले से पंजीकृत हैं उनको टीका लगाया जाएगा। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ कुलदीप सिंह मार्तोलिया ने बताया कि कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों में अचानक हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर बढ़ गए थे।
इसलिए केंद्र ने यह रोक लगाई है हालांकि उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में ऐसी नौबत नहीं आई। और अधिकांश हेल्थ व फ्रंट लाइन वर्कर को पहले ही टीका लग चुका है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आदेश के बाद इन दोनों श्रेणियों में पंजीकरण रोक दिया गया है। सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इस संदर्भ में पत्र भेजे गए हैं।