न्यूज डेस्क / देहरादून । बद्रीनाथ धाम को ‘‘स्मार्ट स्प्रिचुअल हिलटाउन’’ के रूप में विकसित करने के लिए उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद व सतलुज जल विधुत निगम लि0 (एसजेवीएनएल) के बीच कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के अंतर्गत 12 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किये।
इससे पूर्व माह जनवरी में पर्यटन सचिव द्वारा नई दिल्ली में देश के शीर्षस्थ सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों के प्रतिनिधियों के सम्मुख श्री बद्रीनाथ मास्टर प्लान का प्रस्तुतीकरण दिया गया था। पर्यटन सचिव द्वारा बद्रीनाथ मास्टर प्लान का प्रस्तुतीकरण करने के बाद मंगलवार 16 मार्च को एसजेवीएनएल ने यूटीडीबी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये।
इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा, ‘‘श्री बद्रीनाथ धाम नर और नारायण पर्वत के बीच स्थित भारतवर्ष के प्रमुख चार धामों में से एक है और श्रद्धालुओं का परम प्रिय धार्मिक गंतव्य है। श्रद्धालुओं की बढ़ती हुई संख्या, सीमित संसाधनों तथा भौगोलिक प्रतिबंधों के कारण यह आवश्यक हो गया है कि अब इस पवित्र धाम की क्षमता को बढ़ाने के लिए इसे एक ‘‘स्मार्ट स्प्रिचुअल हिलटाउन’’ के अंतर्गत विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि श्री बद्रीनाथ धाम के विकास के लिए एक कदम आगे बढ़ाने के लिए हम एसजेवीएनएल का आभार प्रकट करते हैं।’’
एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद की ओर से पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर व महाप्रबंधक पर्यटन जीएमवीएन जितेन्द्र कुमार और एसजेवीएनएल की ओर से सीजीएम डी0 दास, सीनियर एजीएम (सीएसआर) अवधेश प्रसाद, एजीएम पीआर एण्ड एचआर आशीष पंत मौजूद रहे।