न्यूज डेस्क / देहरादून। आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल चौधरी ने कहा भाजपा-काँग्रेस ने मालिकाना हक मके विषय पर मलिन बस्तियों के लोगो को हमेशा ठगा है। दोनो ही राजनीतिक दलो की सत्ता राज्य मे रही है आज भाजपा मलिन बस्तियों के लोगो को मात्र तीन वर्ष के अध्यादेशों के नाम पर भ्रमित कर रही है। वही काँग्रेस के पूर्व विधायक राजकुमार जिन्होंने अपनी सरकार रहते बस्तियों के विस्तारीकरण पर कोई सुदृढ निर्णय नही लिया था। आज वो भी बस्तियों के प्रति अपनी कूटनीतिक चिंता व्यक्त करते नजर आ रहे है।
हम सरकार से यह पूछना चाहते है कि शासकीय अभिलेखानुसार राज्य मे चिन्हित 582 बस्तियाँ चिन्हित है जिनमे 11 लाख लोगो की आबादी वास करती है वही 123 मलिन बस्तियाँ देहरादून मे है। जिनमे लगभग 6 लाख की आबादी वास करती है जब सरकार द्वारा पिछले कई दशकों से बस्तियों की जनता से पानी-बिजली-सडक जैसे विभिन्न माध्यमों से राजस्व एकत्रित किया जा रहा है। तो मालिकाना हक देने में क्या आपत्ति है।
यह एक बडी विडम्बना है कि बस्तियों के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगो ने अपने जीवन की जमा पूंजी लगाकर जैसे तैसे भवन निर्माण किये है लेकिन जब बच्चो की उच्चतर शिक्षा के लिए यह लोग ॠण का आवेदन करने है, तो बैंक मे इनका आवेदन मान्य नही हो पाता। यदि समय रहते सरकार ने इस विषय मे उचित निर्णय लेकर बस्तियों की जनता को राहत नही पहुँचाई तो आम आदमी पार्टी सडकों पर आकर आंदोलन करने को बाध्य होगी।
हम यह भी आश्वस्त करते है कि यदि जनता के आशीर्वाद से आम आदमी पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव मे प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने का अवसर मिला तो हम प्राथमिकता के आधार पर मलिन बस्तियों को मालिकाना हक देकर अपना वादा पूरा करेंगे।