न्यूज डेस्क / देहरादून । हिन्दू नववर्ष-विक्रम सम्वत 2078 के आगमन की पूर्व संध्या पर ब्राह्मण समाज महासंघ के आह्वान पर नगर के एक दर्जन ब्राह्मण संगठनों द्वारा राजधानी की ऐतिहासिक धरोहर घंटाघर के परिसर में 2100 दीपक प्रज्वलित कर हिंदू नवसंवत 2078 का स्वागत व अभिनंदन किया गया। आज सांय महासंघ के संरक्षक पं. पवन कुमार शास्त्री के नेतृत्व में वैदिक महाविद्यालय के छात्रों द्वारा महापौर सुनील उनियाल गामा के हाथों स्वस्ति वाचन व पूजा-अर्चना कराई गई।
तत्पश्चात महापौर द्वारा प्रथम दीपक का प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर महासंघ के संरक्षक पं. पवन कुमार आचार्य, पं. उदय शंकर भट्ट, पं. लालचंद शर्मा, स्वामी सत्पथी जी महाराज, पं. पंकज किशोर गौड़, द्वारा नवसंवत का स्वागत करते हुए राष्ट्र वह सनातन धर्म व मानव कल्याण व शांति समृद्धि की कामना की गई।
महापौर सुनील उनियाल गामा जी ने ब्राह्मण समाज महासंघ के इस अभूतपूर्व कार्यक्रम के आयोजन की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा कार्यक्रम आयोजकों को बधाई दी। उत्तराखंड की राजधानी के ऐतिहासिक धरोहर स्थल घंटाघर का परिसर 2100 दीपों के प्रज्वल्लन से जगमगा उठा। वहां से गुजरने वाले राहगीर अपनी संस्कृति व नववर्ष के आगमन के इस अनूठे आयोजन से रोमांचित हो उठे।
इस अवसर पर नगर के दर्जनभर ब्राह्मण संगठन, वैदिक ब्राह्मण सभा, ब्राह्मण समाज उत्थान परिषद, उत्तराखंड पंजाबी महासभा, मोहयाल सभा, गुर्जर गौड़ ब्राह्मण महासभा, अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति, भारतीय नेपाली ब्राह्मण समिति, हाथी बड़कला युवा ब्राह्मण मंडल, भट्ट ब्राह्मण समाज समिति, अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा आदि का सहयोग रहा ।
कार्यक्रम में सर्वश्री ओ.पी.वशिष्ठ (मुख्य संयोजक), एस.पी.पाठक (उप मुख्य संयोजक), अरुण कुमार शर्मा (महासचिव) डॉ. वी.डी.शर्मा (प्रवक्ता), हरिकृष्ण शर्मा (वित्त सचिव), राजेंद्र व्यास, पं. भरतराम तिवारी, लव द्विवेदी, बी.एम.शर्मा, दिनेश कालिया, आचार्य भगवती प्रसाद, आचार्य राम विशाल, अनीता शर्मा, अमित मिश्रा, तन्मय पंत, अनिरुद्ध तिवारी, प्रभु लाल तिवारी, विपुल नौटियाल, परितोष बडोनी, अनुराग, उपेश, रमेशचंद, सतीश शर्मा, अलका मिश्रा, रेखा, पूनम शर्मा, आशीष गौड़, रमेश पंचारिया, ओमप्रकाश, लालचंद पंचारिया, रूपराम, भरत लाल उपाध्याय, आचार्य उदित नारायण जी, राजेश शर्मा, अविनाश धूलिया, कमल शर्मा, रवि शर्मा, कृष्ण शर्मा, बलदेव पाराशर, शशि शर्मा, राजकुमार शर्मा, राकेश, विनय शर्मा, रूपचंद शर्मा, दलीप, विशाल, रामप्रसाद गौतम, थानेश्वर उपाध्याय, जगदीश कनाल, ईश्वरी कनाल, ठाकुर प्रसाद, राजन गौतम, मेघराम, रामप्रसाद, माधव प्रसाद, बसंत राम जी, राघव पाठक, डी.पी.पांडे, पं. शशिकांत दुबे, अशोक मिश्रा, वीरेंद्र मिश्रा, गुरदास सिंह, केशव पचौरी “सागर” आदि उपस्थित थे।