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अपराध, रहस्य और शक्ति का संगीतमयी सफरः सेक्टर 36 का जोशीला एलबम रोमांच को बढ़ाने के लिए हैं तैयार 

बीएसएनके न्यूज / देहरादून डेस्क। वक्रांत मेसी और दीपक डोबरियाल की क्राईम थ्रिलर सेक्टर 36 के रिलीज़ होने की तारीख पास आ रही है, इसके लिए दर्शकों का रोमांच भी बढ़ रहा है। इसके जोशीले एलबम की रिलीज़ ने इस रोमांच को और ज्यादा बढ़ा दिया है। इसमें भक्ति, भावना, और आधुनिक साउंडस्केप्स का बेहतरीन मिश्रण है, जिसका हर ट्रैक फिल्म की दिलचस्प कहानी को प्रतिबिंबित करता है।

आदित्य निंबालकर द्वारा निर्देशित और जियो स्टूडियोज़ एवं मैडॉक फिल्म्स द्वारा निर्मित, यह फिल्म अपने मुख्य ट्रैक, ‘डमरू’ के साथ दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। चार-ट्रैक के इस एलबम में प्रतिभाशाली संगीतकारों ने कहानी के सार और ऊर्जा को पिरोने की कोशिश की है, जो श्रोताओं को अपराध और सस्पेंस की दुनिया में ले जाता है।

डमरू के पहले ट्रैक को मोहित चौहान और अनुपम आमोद ने अपनी आवाज दी है। इसे धुनकी ने कंपोज़ किया है। यह ट्रैक इस हफ्ते रिलीज़ हुआ, जिसे अपनी जबरदस्त बीट्स और भक्तिपूर्ण शब्दों के साथ श्रोताओं की शानदार प्रतिक्रिया मिली। इसी श्रृंखला में अगला गीत, साया कनिष्क सेठ द्वारा कंपोज़, निर्मित और गाया गया है।

इसके बोल यशवर्धन गोस्वामी के हैं, जो फिल्म में चल रहे तनाव को प्रतिबिंबित करते हैं। अगला गीत, मन काफिरा को अमित मिश्रा ने गाया है, जिसे गौरव दासगुप्ता ने कंपोज़ किया है और इसके बोल फरहान मेमन ने लिखे हैं। इसमें मधुर लय के साथ अंदर चल रहे संघर्ष और विद्रोही भावना का चित्रण है। साया के बारे में कनिष्क सेठ ने कहा, ‘‘साया का निर्माण बहुत संतोषप्रद रहा। यह गीत हम सबके एक पहलू का चित्रण करता है, जिसे हम सभी नजरंदाज कर देते हैं। यह पहलू हम सभी के अंदर मौजूद एक साया है।

रुआं के बारे में ओफ और सवेरा ने बताया, ‘‘रुआं में हम कमजोरी से उत्पन्न होने वाली शक्ति को कैप्चर करना चाहते थे। कामाक्षी की आवाज ने इसे कोमल और शक्तिशाली, दोनों के सार के साथ जीवंत बना दिया। समीर राहत के भावपूर्ण बोलों ने फिल्म के पूरे वातावरण का चित्रण कर दिया। हमें उम्मीद है कि यह ट्रैक सभी के दिल में उतर जाएगा।