बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली।भारत के प्रथम विक्टोरिया क्रॉस विजेता दरबान सिंह नेगी को उनके 72 वीं पुण्यतिथि पर प्रथम विक्टोरिया क्रॉस दरबान सिंह नेगी वार मेमोरियल फाउंडेशन समिति एवं उत्तरी कड़ाकोट के दर्जनों गांवों के लोगों ने उनके पैतृक निवास पर हवन-यज्ञ कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने वीसी दरबान सिंह नेगी के शौर्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए एक आदर्श हैं।
उनके अदम्य साहस के लिए तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने भी उनका लोहा मानते हुए उन्हें ब्रिटिश सरकार का सर्वोत्तम पुरस्कार विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित किया था।
अपने संबोधन में डॉ हरपाल सिंह नेगी ने कहा कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन और वार मेमोरियल इंटर कालेज कर्णप्रयाग वीसी दरबान सिंह नेगी जी की देन है और आज रेल लाइन का उनका सपना साकार होने जा रहा है। उन्होंने मांग की कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन का नाम वीसी दरबान सिंह नेगी के नाम से हो।साथ ही कहा कि वे रिवर्स पलायन के एक महानायक जैसे उदाहरण हैं।
1914 में ब्रिटिश सरकार ने उनके सामने इंग्लैंड में ही रहने का प्रस्ताव रखा था लेकिन उन्होंने अपने ही गांव में रहना स्वीकार कर यहां खेती बाड़ी कर जीवन यापन किया।आज की पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेकर अपने घर गांवों को आबाद करना चाहिए। डॉ हरपाल सिंह नेगी ने बताया कि फाउंडेशन जल्दी ही वीसी दरबान सिंह नेगी एवं उत्तराखंड के वीर सैनानियों की वीर गाथाओं पर एक किताब का प्रकाशन करेगा।
इस अवसर पर फाउंडेशन के संरक्षक अवतार सिंह सिनवाल, अध्यक्ष लखपत सिंह,भुवन नौटियाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत, ग्राम प्रधान व वीसी दरबान सिंह नेगी के पौत्र सुदर्शन सिंह नेगी, कर्नल डीएस बर्तवाल,कर्नल हरेंद्र सिंह रावत, संजय रावत,मोहन सिंह रावत आदि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन फाउंडेशन के सचिव गंभीर सिंह नेगी ने किया।
रिपोर्ट- सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक