बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़,चमोली। बीआरओ की कड़ी मशक्कत से 22 घण्टों के बाद कर्णप्रयाग-ग्वालदम-अल्मोडा राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए बहाल हो गया है।
नारायणबगड़ के समीप मौणा छीड़ा में शनिवार दोपहर 2 बजे पहाड़ दरकने के कारण कर्णप्रयाग ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए बाधित हो गया था। जिस कारण सड़क के दोनों तरफ सैकड़ों वाहन फंसे हुए थे।
रविवार को दोपहर 12 बजे सड़क के खुलने पर जाम में फंसे लोगों ने राहत की सांस ली और अपने गंतव्यों के लिए रवाना हुए। शनिवार को गैरसैंण से नारायणबगड़ के किमोली गांव एक सगाई में आए छः वाहन सवार भी यहां फंसे हुए थे जिनको रात में राजस्व विभाग एवं पुलिस प्रशासन ने राइका नारायणबगड़ के कक्षों में ठहराया।
वहीं कई ग्रामीण इलाकों की सड़कों की अभी भी बुरी दशा बनी हुई है और लोगों को पैदल ही आवाजाही करनी पड़ रही है।परखाल -चोपता मोटर मार्ग भंगोटा के पास बंद पड़ा है। यहां पर पहाड़ी से लगातार मलवा पत्थर गिरने के कारण जेसीबी मशीन भी काम नहीं कर पा रही है। दूसरी तरफ परखाल -जुनेर मोटर मार्ग पिछले दिनों से यातायात के लिए बंद है।
दूसरी तरफ असेड, सिमली,परखाल,पालछुनी ग्राम पंचायतों के लिए जल संस्थान की पेयजल लाइनें सड़कों के टूटने से ध्वस्त हो गई हैं जिससे लोगों को पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा है। दूसरी जो पेयजल लाइन देवीधुरा पर्वत शिखर पर महामृत्युंजय महादेव मंदिर सहित बनेला और काण्डा आदि गांवों के पेजयल आपूर्ति करती है उसको आज महामृत्युंजय महादेव मंदिर समिति के सदस्यों ने बड़ी मशक्कत से जगह जगह पाइपों को जोड़ते हुए पानी की आपूर्ति सुचारू कर ली है।
रिपोर्ट- सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक