बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। भारत का आखिरी गांव नीति का रहने वाला एक युवक लवी सिंह बड़वाल ( अभिषेक बड़वाल) पुत्र श्री लक्ष्मण सिंह बड़वाल एक बार फिर अपने सपनो को पूरा करने चल पड़ा अपनी साईकिल उठा के और नाप दिए तीन उच्छतम दर्रे पार्वती कुंड (बड़ाहोती),नीति पास और माना पास। ये तीनों पास चीन की सीमा को जोड़ते हैं। लवी ने 13 अगस्त को पार्वती कुंड (बाराहोती – 4700 मीटर) में साइकिल से पहुंच कर तिरंगा फहराया,पार्वती कुंड साइकिल से पहुंचने वाले लवी पहले व्यक्ति बन चुके है।
उसके बाद 16 अगस्त को नीति पास (ऊंचाई -5086 मीटर) को साइकिल से पहुंच के तिरंगा फहराया। ऐसे दुर्गम रास्तों में भी लवी ने हिम्मत नही हारी और आपने लक्ष्य की और बढ़ते गए । नीति पास पहुंच के लवी थोड़ा भावनात्मक हो गए। क्योंकि इन्हीं पास की जरिए कई सालो पहले उनके पूर्वज तिब्बत से व्यापार किया करते थे जो की इन्होंने अपने दादा से सुना था। साइकिल से नीति पास पहुंचने वाले लवी पहले व्यक्ति बन चुके है। उसके बाद लवी निकल पड़े दुनिया के दूसरे ऊंचे दर्रे की ओर । 20 अगस्त को लवी ने दुनिया के दूसरे सबसे ऊंचे दर्रे माना पास ( 5632 मीटर) को साइकल से नाप दिया।
और अंत में आपको बता दे कि लवी कोइ साइक्लिस्ट नहीं है। ये सिर्फ अपने सपने को पूरा करने के लिए साइकिल उठाते है और चल देते है। पिछले साल भी इन्होने उत्तराखंड की दोनो मशहूर नीति और माना घाटियों को साइकिल से अकेले पूरा करके अपना सपना पूरा किया। इतने ऊंचे दर्रे को साइकिल से पुरा करने के लिए भी इन्होंने कोई प्रैक्टिस नहीं की थी। ये माउंटेनियरिंग के छात्र है।
पिछले साल इन्होने लद्दाख की कांग्यात्से 2 चोटी जिसकी ऊंचाई 6250 मीटर है का सबसे तेज सफलतापूर्वक आरोहण किया और कई सारे ट्रैक भी लीड कर चुके है। उनका कहना है कि अगर आप अपने सपनों के प्रति सचेत हो तो कुछ भी संभव है। वो ये सब संकल्प शक्ति के दम पर करते है। और कहते हैं अगर वो कर सकते है तो कोई भी कर सकता है।