बीएसएनके न्यूज डेस्क/अंतरराष्ट्रीय :- भारतीय-अमेरिकियों और भारतीय-कनाडाई लोगों के समूह फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज (एफआईआईडीएस) ने कनाडा में आतंक-नफरत फैलाने को लेकर पैनल चर्चा की।
एयर इंडिया के विमानों को लेकर धमकी देने वाले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को अमेरिका में नो फ्लाई लिस्ट में शामिल किए जाने की मांग उठी है। भारतीय-अमेरिकियों और भारतीय-कनाडाई लोगों के समूह फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज (एफआईआईडीएस) ने कनाडा में आतंक-नफरत फैलाने को लेकर पैनल चर्चा की। इस दौरान प्रतिभागियों ने जोर दिया कि सभ्य दुनिया की सभी सरकारें आतंकी पन्नू व उसके प्रतिबंधित संगठन (एसएफजे) को नो फ्लाई लिस्ट में शामिल करें।
सेना भर्ती अभियान में भगदड़ मचने से 37 की मौत
कांगो गणराज्य में एक सैन्य स्टेडियम में सेना भर्ती अभियान के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 37 की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं। पिछले हफ्ते से हर दिन भर्ती केंद्रों के बाहर सेना में शामिल होने की इच्छा रखने वाले युवाओं की लंबी लाइनें लग रही हैं।
कांगो गणराज्य में एक सैन्य स्टेडियम में सेना भर्ती अभियान के दौरान भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 37 की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं। पिछले हफ्ते से हर दिन भर्ती केंद्रों के बाहर सेना में शामिल होने की इच्छा रखने वाले युवाओं की लंबी लाइनें लग रही हैं।
तंजानिया में मुरलीधरन ने भारत के सैनिकों को दी श्रद्धांजलि
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने मंगलवार को तंजानिया में राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक पर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वह तंजानिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं, जिसके बाद वह केन्या की यात्रा पर जाएंगे। मुरलीधरन ने कहा, तंजानिया के दार-एस-सलाम में राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक पर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उनका बलिदान स्मृति में शाश्वत है।
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने मंगलवार को तंजानिया में राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक पर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वह तंजानिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं, जिसके बाद वह केन्या की यात्रा पर जाएंगे। मुरलीधरन ने कहा, तंजानिया के दार-एस-सलाम में राष्ट्रमंडल युद्ध स्मारक पर भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उनका बलिदान स्मृति में शाश्वत है।
महासागर के सबसे गहरे बिंदु तक गए डॉन का 92 की उम्र में निधन
महासागर के सबसे गहरे बिंदु तक पहुंचने वाले सबसे पहले समुद्री खोजकर्ता एवं नौसेना के सेवानिवृत्त कैप्टन डॉन वॉल्श का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। जनवरी 1960 में अमेरिकी नौसेना के लेफ्टिनेंट वॉल्श और स्विस इंजीनियर जैक्स पिकार्ड को 150 टन वजनी पनडुब्बी के जरिये सतह से लगभग 7 मील नीचे समुद्र में भेजा गया था। दोनों प्रशांत महासागर में गुआम से लगभग 200 मील दूर तक उतरे जो सबसे गहरा बिंदु है।
महासागर के सबसे गहरे बिंदु तक पहुंचने वाले सबसे पहले समुद्री खोजकर्ता एवं नौसेना के सेवानिवृत्त कैप्टन डॉन वॉल्श का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। जनवरी 1960 में अमेरिकी नौसेना के लेफ्टिनेंट वॉल्श और स्विस इंजीनियर जैक्स पिकार्ड को 150 टन वजनी पनडुब्बी के जरिये सतह से लगभग 7 मील नीचे समुद्र में भेजा गया था। दोनों प्रशांत महासागर में गुआम से लगभग 200 मील दूर तक उतरे जो सबसे गहरा बिंदु है।