बीएसएनके न्यूज / देहरादून डेस्क। इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता ईका मोबिलिटी, जो पिनेकल इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी है, ने उत्तराखंड में इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत के लिए स्काईलाइन मोटर्स के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी के तहत, स्काईलाइन मोटर्स को ईका की 9 इलेक्ट्रिक बसें सप्लाई की जाएंगी।
ये इलेक्ट्रिक बसें हरिद्वार के रास्ते देहरादून और ऋषिकेश के बीच चलेंगी और हर रोज़ लगभग 300 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी। ईका की ये बसें यात्रियों को आरामदायक और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा का अनुभव देंगी। उत्तराखंड सरकार भी बिजली से चलने वाले वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है, और ये बसें कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद करेंगी। इससे लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए सस्ता और सुविधाजनक साधन मिलेगा।
ईका मोबिलिटी के चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर, श्री रोहित श्रीवास्तव ने कहा, “यह साझेदारी ईका के लिए एक रोमांचक कदम है, क्योंकि यह हमें स्थायी परिवहन का केंद्र बनाने के लक्ष्य के करीब ले जाती है। हमें गर्व है कि हम स्काईलाइन मोटर्स के साथ मिलकर यात्रियों को ऊर्जा-बचत और उत्सर्जन-मुक्त यात्रा का अनुभव प्रदान कर रहे हैं। हमारी आधुनिक इलेक्ट्रिक बसें पर्यावरण के अनुकूल और किफायती हैं, जिनसे ऑपरेटर और यात्री दोनों को खुशी मिलती है।
ईका की इलेक्ट्रिक बसें आधुनिक तकनीक से लैस हैं, जो यात्रियों को सुरक्षा और आराम का शानदार अहसास देती हैं, साथ ही कार्बन उत्सर्जन को कम करती हैं। 9-मीटर लंबी एसी बस में 35+1 यात्री बैठ सकते हैं और इसकी फर्श की ऊंचाई 900 मिलीमीटर है। यह बस 200 किलोवॉट की शक्तिशाली बैटरी से चलती है, जिससे यात्रियों को बेहतर यात्रा का अनुभव और बिजली की बचत होती है।
स्काईलाइन मोटर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री अनिल दीक्षित ने कहा, “ईका मोबिलिटी के साथ मिलकर हमने शहरों के बीच चलने वाली बसों को और बेहतर बनाया है और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में नए मानक स्थापित किए हैं। ये बसें एक बार चार्ज करने पर 300 किलोमीटर तक चल सकती हैं, जो बहुत अच्छी बात है। हमें पूरा यकीन है कि ये बसें पर्यावरण के लिए फायदेमंद होंगी और लोगों को यात्रा में बहुत मज़ा आएगा। इन बसों से उत्तराखंड में यात्रा और भी आसान हो जाएगी।
ईका मोबिलिटी की इलेक्ट्रिक बसें अलग-अलग शहरों में चल रही हैं, जिससे कंपनी को और भी विश्वास हो गया है कि वे इलेक्ट्रिक वाहनों में नए तरीके से काम कर सकते हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि पूरे भारत में ऐसी बसें चलाकर लोगों को एक सुरक्षित और अच्छा यात्रा अनुभव दिया जाए, साथ ही पर्यावरण को नुकसान भी कम किया जाए।