बीएसएनके न्यूज / देहरादून डेस्क। असाधारण उपलब्धियों के शानदार प्रदर्शन में, कॉन्वोकेशन@आईबीआरऑफिस कार्यक्रम ने एक अमिट छाप छोड़ी है, जिसमें सफलता का जश्न मनाया जाता है। यह कार्यक्रम एक रिकॉर्ड उत्सव से कहीं अधिक है। यह जुनूनी व्यक्तियों के अटूट विश्वास और सामूहिक भावना का उत्सव है जो उन्हें महानता की ओर प्रेरित करता है।
प्रतिभागियों में अरुण यशवंतराव कुलकर्णी, प्रतीक प्रशांत, आर कृषिव, सिधान चोपड़ा, आर हर्षवर्धन, इवांशिका वीटी, सरोज मिश्रा, ए भुवनेश्वरी, सूर्यगायत्री, बालकृष्ण लक्ष्मण सुर्वे, सिया सचिन कैकाडी, एस सर्वेश आत्रेय, डॉ अनुराग श्रीवास्तव, केआर बाबू, पोथना विजया चंद्र प्रसाद, डॉ हर्षित तिवारी, उपेन्द्र राणा, प्रज्ञत प्रसून, सात्विक महापात्र, एस सुदेश अर्णव, और इंदु भूषण बाली शामिल थे।
शो की शुरुआत पारंपरिक तिलक और पुष्पवर्षा के साथ गर्मजोशी भरे स्वागत से हुई, जिससे खुशी का माहौल बन गया। आईबीआर के प्रधान संपादक डॉ बिस्वरूप रॉय चौधरी (डॉ बीआरसी), और प्रबंध संपादक श्रीमती नीरजा रॉय चौधरी ने व्यक्तिगत रूप से इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की भव्य इमारत की शानदार सेटिंग में उपलब्धियां हासिल करने वाले प्रत्येक मेहमान को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
डॉ बीआरसी और नीरजा रॉय चौधरी ने उपलब्धियां हासिल करने वालों को अंगवस्त्रम व ट्रॉफी देकर सम्मानित किया, और उनकी उल्लेखनीय सफलता में परिजनों व मित्रों की अपरिहार्य भूमिका पर जोर दिया। मंच पर अकोला के अरुण यशवंतराव कुलकर्णी ने घुटना प्रतिस्थापन और वृद्धावस्था के बावजूद गुरु दत्तात्रेय मंदिर तक चढ़ने-उतरने और गिरनार पर्वत परिक्रमा पूरी करने का अपना अनुभव सुनाया। प्रतीक प्रशांत सबसे कम उम्र के सर्टिफाइड स्कूबा गोताखोर के रूप में सामने आए। सरोज मिश्रा ने भगवान राम के कुछ भक्ति गीत गाए। टीकमगढ़ के डॉ हर्षित तिवारी ने डॉ बीआरसी के मार्गदर्शन में प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति से ब्रेन ट्यूमर ठीक करने की अपनी कहानी सुनाई।
डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने कोविड-19 के दौरान लोगों को होम्योपैथिक दवा वितरित कराने का कीर्तिमान बनाया। एस सर्वेश आत्रेया का परिचय ऐसे व्यक्ति के रूप में दिया गया जिसने 100 सचित्र अंग्रेजी शब्द पढ़ने में सफलता पाई। केआर बाबू ने अहमदाबाद में सबसे पुरानी सिलाई की दुकान चलाने का रिकॉर्ड बनाया।
त्रिपुरा के प्रग्यत प्रसून ने सबसे लंबे समय तक कुर्मासन करने का रिकॉर्ड बनाया। सात्विक महापात्र ने सभी देशों व राजधानियों को उनके झंडों से पहचाना। चेन्नई की एस सुदेश अर्णव एक बच्ची थी जिसने सबसे ज्यादा वजन उठाने का रिकॉर्ड बनाया। कई अन्य मेहमानों ने भी मंच पर प्रस्तुति दी।