बीएसएनके न्यूज डेस्क / रुड़की। सीईसी, आईआईटी रुड़की, वैश्विक स्तर पर अग्रणी तकनीकी संस्थानों में से एक, ने विभिन्न तकनीकी के क्षेत्रों में आगे बढ़ते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत की अग्रणी प्रोफेशनल एजुकेशन कंपनी, इमार्टिकस लर्निंग के साथ सहभागिता करते हुए सीईसी, आईआईटी रुड़की को मानव संसाधन प्रबंधन एव एनालिटिक्स में सर्टिफिकेशन प्रोग्राम की शुरुआत करते हुए गर्व का अनुभव हो रहा है।
इस नवोन्मेषी कार्यक्रम का उद्देश्य डेटा आधारित निर्णय लेने की तकनीकी का प्रयोग करते हुए एचआर मैनेजमेंट प्रैक्टिस में क्रांतिकारी परिवर्तन लाना है। एचआर प्रक्रियाओं के अनुकूलन और संस्थागत प्रदर्शन को उच्चतर करने पर केंद्रित रखते हुए यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को मानव संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए जरुरी जानकारियों व कौशल से लैस करता है। इसके अतिरिक्त DoMS पाठ्यक्रम विकास, कोर्स डिलिवरी और छात्रों को व्यवहारिक प्रशिक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
यह कार्यक्रम छह महीनों का है और इसमें 100 घंटों का संजीव प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमें सैद्धांतिक अवधारणाओं के साथ ही व्यवहारिक अभ्यास दोनो शामिल हैं। छात्रों को सप्ताहांत आईआईटी की प्रतिष्ठित फैक्ल्टी के सदस्यों के साथ सजीव सत्र में शामिल होने व उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अनुभव प्राप्त होगा। पाठ्यक्रम में तीन या अधिक टूल्स शामिल किए गए हैं जो छात्रों को एक्सेल जैसे जरुरी स्टैटिस्टिकल टूल्स में प्रवीणता हासिल करने के साथ प्रीडिक्टिव एनालिसिस के लिए एडवांस्ड मशीन लर्निंग एल्गोरिद्म में दक्षता प्रदान करेंगे। प्रतिभागियों को आठ अथवा अधिक रीयल वर्ल्ड केस स्टडीज पर काम करना होगा जो उन्हें व्यवहारिक दशाओं में अपने ज्ञान के उपयोग का मौका देंगे।
एचआर मैनेजमेंट प्रैक्टिस व डेटा संचालित निर्णय लेने का फ्यूजन मानव संसाधन प्रबंधन एव एनालिटिक्स के मूल में है। इस उभरते हुए क्षेत्र का उद्देश्य एचआर डेटा से अंदरूनी जानकारी हासिल करते हुए निर्णय लेने को जानकारी सहित संचालित करना और संस्थाओं के प्रदर्शन में सुधार करना है। एचआर प्रोफेशनल्स पैटर्न का पता कर सकते हैं, एचआर प्रक्रियाओं को आगे ले जा सकते हैं और स्टैटिस्टिकल तरीकों के साथ ही एनालिटिकल टूल्स जैसे एक्सेल व पाइथन का प्रयोग कर और मशीन लर्निंग एल्गोरिद्म का उपयोग कर कर्मियों की संलग्नता व उन्हें बनाए रखने को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
पारंपरिक रुप में एचआर की भूमिका प्रतिक्रियाशील कार्य संस्कृति पर केंद्रित रहती है जैसे कि नौकरी होने पर विज्ञापन देना और पे-रोल संबंधी प्रश्नों को संभालना आदि। इसके विपरीत मानव संसाधन प्रबंधन एव एनालिटिक्स एक सक्रिय कार्य संस्कृति को अपनाता है जहां निर्णय लेने के लिए डेटा व एनालिटिक्स का उपयोग किया जाता है। इस डोमेन में प्रोफेशनल्स निर्णय लेते समय एचआर डाटा एनालिसिस के लिए एक्सेल व पाइथन जैसे टूल्स का प्रयोग करते हैं, एचआर की अंतर्दृष्टि के लिए मशीन लर्निंग व स्टैटिस्टिक्स को उपयोग में लाते हैं और गुणवत्तापूर्ण व संख्यात्मक डेटा को संज्ञान में लेते हैं। यह परिवर्तन एचआर प्रोफेशनल्स को संस्था के प्रदर्शन को आगे ले जाने में व एक सक्रिय कार्य का वातावरण बना सकने के लिए सक्षम बनाता है।
प्रोग्राम की समाप्ति पर छात्रों को सीईसी, आईआईटी रुड़की की ओर से उद्योगों द्वारा मान्यता प्राप्त एचआर सर्टिफिकेशन मिलता है। यह एक बहुमूल्य प्रमाण है जो जरुरी कौशल में उनकी प्रवीणता को दर्शाता है और छात्रों को आगे बढ़ने के साथ उनके कैरियर की प्रगति में मदद करता है।
इस प्रोग्राम के मुख्य आकर्षण में पाठ्यक्रम का आईआईटी रुड़की फैकल्टी व उद्योग जगत के विशेषज्ञों द्वारा डिजायन किया जाना, आईआईटी के संकाय सदस्यों के साथ सजीव आनलाइन प्रशिक्षण सत्र और प्रतिभागियों के लिए आईआईटी रुड़की कैंपस जाकर फैकल्टी व अन्य महत्वपूर्ण लोगों से संवाद कर कैंपस का अनुभव लेना शामिल है।
प्रोग्राम को पूरा होने के बाद प्रतिभागियों को सीईसी, आईआईटी रुड़की की ओर से व्यापक रुप से मान्यता प्राप्त प्रमाणपत्र मिलेगा। यह उद्योगों द्वारा प्रोत्साहित व विस्तृत ज्ञान और कौशल से परिपूर्ण सर्टिफिकेशन प्रतिभागियों को एचआर प्रबंधन एव एनालिटिक्स के क्षेत्र में नियोक्ता को प्रभावित करने, उनके कैरियर में प्रगति करने में सशक्त बनाता है।
निखिल बार्षिकर, इमार्टिकस लर्निंग के संस्थापक ने कहा, “यह कार्यक्रम पारंपरिक एचआर प्रैक्टिसेज और डेटा संचालित निर्णय लेने के मध्य के अंतर को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन का प्रतिनिधित्व करता है। प्रोफेशनल्स को जरुरी कौशल व ज्ञान से सुसज्जित करते हुए हमारा उद्देश्य उन्हें एचआर प्रबंध में क्रातिकारी बदलाव लाने व संस्थाओं की सफलता को संचालित करने में सशक्त बनाना है। सीईसी, आईआईटी रुड़की के साथ मिलकर हम एचआर प्रोफेशनल्स के लिए एक नए युग का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं जो भविष्य में काम को आकार देने में डेटा व एनालिटिक्स की ताकत को समझते हैं।
प्रोफेसर कौशिक घोष, कोआर्डिनेटर, कांटीन्यूइंग एजुकेशन सेंटर, आईआईटी रुड़की, ने कहा, “हमें मानव संसाधन प्रबंधन एवं एनालिटिक्स में सर्टिफिकेशन प्रोग्राम की शुरुआत के लिए इमार्टिकस लर्निंग के साथ भागीदारी करते हुए प्रसन्नता हो रही है। सीईसी, आईआईटी रुड़की में हमारा अंतर्विषयक शिक्षा और उद्योगों के साथ सहयोग में विश्वास है।
यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को मानव संसाधन प्रबंधन एवं एनालिटिक्स की विस्तृत समझ उपलब्ध कराने के लिए हमारी प्रतिष्ठित फैकल्टी और उद्योग जगत के विशेषज्ञों को एक साथ लाता है। डेटा संचालित अंतर्दृष्टि का सदुपयोग करते हुए हमारा उद्देश्य एचआर प्रोफेशनल्स को बहुमूल्य निर्णय लेने व संस्थागत श्रेष्ठता को स्थापित में सशक्त बनाना है। इस भागीदारी के जरिए हम एचआर प्रबंधन के भविष्य को आकार देने और प्रबंधन शिक्षा के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में नवोन्मेष को पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।