बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड आंटरप्रेन्यरशिप (एसएमई) के अत्याधुनिक एमबीए प्रोग्राम के साथ संस्थान ने मैनेजमेंट की शिक्षा में कदम रखा है। इस प्रोग्राम के तहत एमबीए और एमबीए-टेक्नोलॉजी की डिग्री सहित संयुक्त राज्य अमेरिका के कुछ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के साथ अंतर्राष्ट्रीय डुअल डिग्री प्रोग्राम, माइनर प्रोग्राम, डॉक्टोरल और एक्जीक्युटिव प्रोग्राम का लाभ लेने का अवसर मिलेगा। आईआईटी जोधपुर में एमबीए प्रोग्राम के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 28 फरवरी 2023 है। इसके करिकुलम में मैनेजमेंट और टेक्नोलाॅजी कोर्सों का एक विशिष्ट और भविष्य के लिए उपयुक्त तालमेल है। एमबीए प्रोग्राम की अधिक जानकारी www.iitj.ac.in पर उपलब्ध है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना का ध्यान रखते हुए आईआईटी जोधपुर कक्षा में विविधता लाने का प्रयास करता है। संस्थान का एमबीए प्रोग्राम ऐसे उम्मीदवारों के लिए है जो न्यूनतम 60 प्रतिशत (एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी उम्मीदवार न्यूनतम 55 प्रतिशत) अंकों के साथ किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री और कैट 2022 का मान्य स्कोर प्राप्त कर चुके हों। इसमें अंतिम वर्ष के छात्र (उपर्युक्त प्रोग्राम के) भी आवेदन कर सकते हैं। हालांकि चुने जाने पर ऐसे उम्मीदवारों को इस शर्त पर अनंतिम रूप से प्रवेश दिया जाएगा कि वे प्रोग्राम शुरू होने से पहले योग्यता की सभी शर्तों को पूरा करेंगे और प्रोग्राम में प्रवेश के दो महीनों के अंदर वांछित योग्यता पूर्ण होने का प्रोविज़नल सर्टिफिकेट प्रस्तुत करेंगे।
चयन की लघु सूची में शामिल किए गए उम्मीदवारों को मार्च के तीसरे सप्ताह से अप्रैल 2023 के पहले सप्ताह तक वर्चुअल मोड में साक्षात्कार देना होगा। परिणामों की घोषणा मई 2023 में की जाएगी और कक्षाएं जुलाई 2023 में शुरू होंगी। कृपया यह ध्यान रखें कि ये तिथियां अनुमानित हैं और बदल सकती हैं।
आईआईटी जोधपुर के एमबीए प्रोग्राम का महत्त्व बताते हुए आईआईटी जोधपुर में एसएमई की प्रमुख प्रो. संगीता साहनी ने कहा, “स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड आंटरप्रेन्यरशिप का प्रयास उद्यमियों, प्रबंधकों और शिक्षाविदों की एक नई पीढ़ी को सशक्त और सक्षम बनाना है। एसएमई के फैकल्टी सर्वश्रेष्ठ भारतीय संस्थानों से चुने गए हैं और अपने काम को लेकर समर्पित है। भारतीय और विदेशी शिक्षा और उद्योग जगत दोनों के दिग्गज इस संस्थान में बतौर प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस, एडजंक्ट फैकल्टी, विजिटिंग प्रोफेसर और स्कॉलर्स-इन-रेसिडेंस अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया, ‘‘इस संस्थान का मार्गदर्शन बौद्धिक क्षेत्र के दिग्गज कर रहे हैं। वे परिश्रमी छात्रों के मार्गदर्शक और सलाहकार हैं। अपनी इन विशिष्टताओं के साथ स्कूल ऑफ मैनेजमेंट एंड आंटरप्रेन्यरशिप प्रबंधन और उद्यमिता अध्ययन के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर रहा है।