बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। लोकसभा के माननीय स्पीकर ओम बिड़ला ने शुक्रवार को लॉयंस क्लब इंटरनेशनल के रोर टू रिस्टोर एसडीजी पुरस्कार प्रदान किए। ये पुरस्कार दिल्ली में लॉयंस इंटरनेशनल की चौथी गोल मेज़ चर्चा में 20 व्यक्तियों को दिए गए। जो लोग अपनी कोशिशों और योगदान से बदलाव लाते हैं, जलवायु परिवर्तन, लैंगिक समानता व महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य एवं कल्याण के क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करते हैं तथा सब के लिए ज्यादा सस्टेनेबल और एक समान भविष्य की बुनियाद रखते हैं – ऐसे लोगों की कोशिशों के सम्मान स्वरूप ये पुरस्कार दिए जाते हैं।
स्पीकर महोदय ने अपने संबोधन में कहा, ’’भारत हर क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। आने वाला वक्त भारत का है, चाहे वह आर्थिक हो, सामाजिक हो, राजनीतिक हो या लोकतंत्र हो। हर तरफ भारत के एसडीजी के चर्चे हैं। हमने एसडीजी की प्राप्ति हेतु संसद में लंबी चर्चाएं कीं। हम एसडीजी लक्ष्यों को हासिल करने में किस तरह योगदान कर सकते हैं। स्वतंत्रता के पश्चात् जब भारत ने संसदीय लोकतंत्र को अपनाया तब बहुत से देशों को इस पर संदेह था कि इतनी बड़ी आबादी, इतने विशाल भूभाग तथा अपने हालात के चलते भारत क्या कर सकेगा? लेकिन आज भारत दुनिया को आईना दिखा रहा है। युवाओं की नई सोच के बल पर हमारी क्षमता बढ़ी है। आज हमारे युवा हर क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मुझे यह सोच कर बहुत खुशी होती है कि आने वाले दिनों में भारत हर क्षेत्र में सारी दुनिया का नेतृत्व करेगा।’’
एसडीजी लक्ष्यों की प्राप्ति में लॉयंस क्लब के प्रयासों को सराहते हुए उन्होंने कहा, ’’लॉयंस क्लब देश भर में समर्पित भाव से काम कर रहा है। सकारात्मक बदलावों के साथ हमने एसडीजी लक्ष्यों पर गोल मेज चर्चा से कई लक्ष्यों को हासिल किया है। कॉर्पोरेट जगत के लोगों के अलावा सरकार भी चार एसडीजी लक्ष्यों के संदर्भ में समाज में बदलाव लाने का काम कर रही है। लंबी चर्चा हुई है, तत्पश्चात् निष्कर्ष निकले और आगे की रणनीति बनाई गई। लॉयंस क्लब भी उसी रणनीति पर आगे बढ़ रहा है।’’
खाद्य सुरक्षा और भूख के बारे में ओम बिड़ला ने कहा, ’’लॉयंस क्लब ने भूख के मुद्दे को उठाया है। भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 80 करोड़ से अधिक लोगों को भोजन मुहैया कराने के लिए काम किया। कोविड-19 के बाद राज्य सरकारों ने योजना के जरिए इस दिशा में काम किया है। वर्तमान में, देश में भूख जैसी कोई स्थिति नहीं है।
कोविड-19 के दौर में हमने दुनिया को दिखाया कि एकजुट होकर काम करने की संस्कृति के बल पर देश हर विपदा से उबर सकता है।
अच्छी सेहत और कल्याण’ के लिए लॉयंस क्लब की प्रतिबद्धता के बारे में श्री ओम बिड़ला ने कहा, ’’लॉयंस क्लब ने दृष्टिहीनता की रोकथाम के लिए जिस प्रकार काम किया है उसका प्रभाव सारे देश में देखा जा सकता है। लॉयंस क्लब ने मोतियाबिंद की समस्या के समाधान के लिए दूर-दराज गांवों में जा कर काम किया। लॉयंस क्लब ने लोगों की जिंदगियों में उजाला बिखेरा है और इसके लिए मैं लॉयंस क्लब का आभार व्यक्त करता हूं।
माननीय सांसद मनोज तिवारी ने अपने संबोधन में कहा, ’’सतत विकास लक्ष्यों पर चर्चा वक्त की जरूरत है। ग्रीन ऐनर्जी और स्वच्छ भारत जैसी पहलों में भी लॉयंस क्लब जैसे संगठन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।’’ उन्होंने लॉयंस क्लब को आश्वासन दिया कि सरकार उन्हें मदद देती रहेगी ताकि वे अपने मूल्यों एवं लोकाचार को कायम रखते हुए समाज की सेवा जारी रखें।
लॉयंस क्लब इंटरनेशनल के इंटरनेशनल थर्ड वाइस प्रेसिडेंट ए० पी० सिंह ने माननीय स्पीकर महोदय का स्वागत करते हुए लॉयंस क्लब इंटरनेशनल की पृष्ठभूमि और योगदान की जानकारी दी, उन्होंने दृढ़ता के साथ दोहराया कि उनके संगठन का मिशन दुनिया में जरूरतमंदों की मदद करना है।