बीएसएनके न्यूज डेस्क / ऋषिकेश। “ट्रेडको राजस्थान लिमिटेड” (TREDCO Rajasthan Limited) टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड(विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार का अनुसूची-ए, मिनी रत्न, पीएसयू) एवं आरआरईसीएल (राजस्थान सरकार का एक राज्य पीएसयू) का गठन कारपोरेट कार्य मंत्रालय के साथ पंजीकृत कर कंपनी अधिनियम-2013 के तहत एक संयुक्त उद्यम कंपनी के रूप में किया गया है ।
राजीव विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, जो नवगठित ट्रेडको राजस्थान लिमिटेड के पदेन अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि राजस्थान राज्य में 10000 मेगावाट क्षमता के अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क (यूएमआरईपीपी) के विकास, प्रचालन एवं अनुरक्षण के लिए संयुक्त उद्यम कंपनी के रूप में इसका गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के विकास पर ट्रेडको राजस्थान लिमिटेड द्वारा 40,000 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश का प्रस्ताव है।
चूंकि सौर और पवन परिवर्तनशील ऊर्जा स्रोत हैं और मांग के साथ संरेखित करना कठिन है, पारंपरिक जल विधुत और ऊर्जा भंडारण परियोजनाओं के साथ पवन और सौर ऊर्जा का एकीकरण आवश्यक है। टीएचडीसीआईएल का जल विधुत , ताप और पवन विधुत के क्षेत्र में प्रमुख स्थान है और अब यह पंप स्टोरेज प्लांट(पीएसपी) के साथ-साथ हरित हाइड्रोजन प्रौद्योगिकी में उद्यम कर रही है।
इन अल्ट्रा मेगा रिन्यूएबल एनर्जी पावर पार्क में सौर/पवन ऊर्जा इंस्टालेशन्स द्वारा उत्पन्न बिजली का उपयोग पूरे भारत में टीएचडीसीआईएल के अपने पंप स्टोरेज प्लांट्स (पीएसपी) के संचालन के लिए किया जाएगा या सरकारी संस्थाओं द्वारा या तो सीधे अथवा वितरण कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। ऊर्जा पार्को से उत्पन्न ऊर्जा के लिए बिजली खरीद समझौते पर बाजार के अवसरों के आधार पर उपयुक्त तंत्र के माध्यम से हस्ताक्षर किए जाएंगे।
टीएचडीसीआईएल के अधिकारी,आर. के. सेमवाल, अपर महाप्रबंधक(प्रभारी) सौर ऊर्जा, राजस्थान ने कहा कि परियोजनाओं से परियोजना क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक विकास होगा और हजारों स्थानीय लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के रास्ते भी खुलेंगे। सेमवाल ने यह भी कहा कि हमारा उद्देश्य स्थायी नवीकरणीय ऊर्जा पैदा करके लोगों के जीवन में वास्तविक सुधार लाना है।
हमारा मानना है कि अपने भागीदारों और हितधारकों के साथ मिलकर काम करके हम सभी के लिए बेहतर भविष्य बना सकते हैं”। अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हम अत्याधुनिक तकनीक और अनुसंधान एवं विकास प्रयासों के द्वारा सौर ऊर्जा टैरिफ को और अधिक आकर्षक बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने वाली नीतियों को लागू करने के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।
नई संयुक्त उद्यम कंपनी का शुभारंभ निश्चित रूप से टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और इसकी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त करता है।