बीएसएनके न्यूज / नारायणबगड़,चमोली । बैसाखी के पर्व पर शनिवार को देव डोलियों व निशाणों को गंगा स्नान कराए जाने के साथ ही पिंडरघाटी में बैशाखी मेलों की शुरुआत हो गई है। शनिवार को नारायणबगड़ के पंती तथा थराली के कुलसारी में लगने वाले बैसाखी मेले में जन सैलाब उमड़ पड़ा। इस अवसर पर दूरस्थ गांवों से सजधज कर गंगा स्नान के लिए पहुंची देव डोलियां व देव निशाणें मेले में लोगों के प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे।
पंती के मेले में कौब गांव से कौबेश्वर महादेव, मींग गांव से मींगेश्वर महादेव, माल गांव से मालेश्वर महादेव,खैनोली गांव से नारायण देवता, मरोड़ा, हंसकोटी, बैनोली तथा निलाडी़ गांव से भगवती, भूमियाल, लाटू देवता की डोलियां व निशाणें गंगा स्नान के लिए पहुंची जबकि पिण्डर पार के असेड़ गांव से मृत्युंजय महादेव की डोली अन्य देवी-देवताओं के निशाणों के साथ कौथीग बगड़ में पिंडर नदी के तट पर स्नान करने पहुंची।
गंगा स्नान से पूर्व मेले में देव दर्शनों के लिए आए श्रद्धालुओं ने जयकारों के साथ देव डोलियों पर पुष्प बरसाकर कर उनकी आगवानी की। पिंडर नदी के तट पर बाजेगाजों व भंकोरों की स्वर लहरियों के बीच देव डोलियां व निशाणों को स्नान कराया गया।पुजारियों ने पूजा अर्चना कर देवताओं की आरती उतारी। गंगा स्नान करने के बाद सभी देव डोलियां अपने-अपने स्थानों पर विराजमान हो गई। जहॉ पर श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर भेंट अर्पित करते हुए मनौतियां मांगी। इसी के साथ बैसाखी के पर्व से पिण्डर घाटी के अलग-अलग क्षेत्रों में होने वाले बैसाखी मेलों का आगाज भी शुरू हो गया है।
वि0ख0 नारायण बगड के पन्ती क्षेत्र में बैशाखी के अवसर पर आयोजित देदाणथल मेले में कौब से कोबेश्वर महादेव, हंसकोटी कालिका डोली, मींग से मींगेश्वर महादेव, बैनोली व विनायक से लाटू देवता की डोली, माल से मालेश्वर महादेव,, खैनोली की देव डोलियें व देव निशान वही नदी के दूसरे छोर से मृत्युजय महादेव की डोली पहुचे जहॉ पर वे गंगा स्नान हेतु पिण्डर नदी तट पर पहुचे व गंगा स्नान के उपरांन्त वे मेले में पहुच कर देव नृत्य कर अपने निर्धारित पूजा स्थान पर पहुचे जहॉ पर श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना कर मनौतिये मागी ।
मेले में भारी संख्या मेें श्रद्धालुओं ने पहुचकर खरीदारी की ।वही इसी के साथ क्षेत्र के अलग-अलग गॉव मेलों का आगाज भी शुरू हो गया है। 14 अप्रैल को मींग,माल तथा कौब गांव में,15 अप्रैल को खैनोली व कुंवारी में,16 अप्रैल को असेड़ गांव में,तथा 17 अप्रैल को हंसकोटी व मालबज्वाड तथा कौब गांव में मेलों का आयोजन होगा ।
वही कुलसारी में भी मलियाल देवता, कुवारी देवी व कुलसारी महादेव की देवडोलियों ने पहुचकर पिण्डर नदी में पवीत्र गंगास्नान के उपरांन्त कुलसारी कालिका मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन दिए।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक