बीएसएनके न्यूज डेस्क / देहरादून। शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण केंद्र की दुर्गंध से परेशान सेलाकुई क्षेत्र के नागरिक आक्रोश में सड़क पर आ गए। पछवादून संयुक्त समिति के बैनर तले नागरिक प्लांट पर पहुंचे, जहां पर कोई सक्षम अधिकारी मौजूद न होने पर आक्रोशित नागरिकों ने प्लांट के गेट पर धरना शुरू कर दिया। बाद में एसडीएम विनोद कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खन्ना मौके पर पहुंचे और नागरिकों की समस्याएं सुनी।
प्लांट हेड के 16 अप्रैल को आने पर दोबारा से वार्ता के आश्वासन पर धरना स्थगित कराया गया। शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण प्लांट की व्यवस्थाएं आजकल नेकआफ कंपनी देख रही है। उसके बाद भी प्लांट की अव्यवस्थाएं नहीं सुधरी है। प्लांट से उठती दुर्गंध भी बंद नहीं हुई है। जिससे प्लांट के आसपास सेलाकुई आदि क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों की परेशानियां बढ़ी हुई है।
गर्मी का मौसम शुरू होने से बीमारियां फैलने की आशंका से भी नागरिक घबराए हुए हैं। मंगलवार को जब नागरिकों से दुर्गंध सही नहीं गई तो पछवादून संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले प्लांट में पहुंचे, जहां पर कोई भी सक्षम अधिकारी नहीं मिला। जिस पर आक्रोशित नागरिक प्लांट के गेट पर धरने पर बैठ गए। नागरिकों ने न किसी को प्लांट से बाहर आने दिया और न ही किसी को अंदर जाने दिया।
धरने की सूचना पर एसडीएम मौके पर पहुंचे और नागरिकों की समस्याएं सुनी। नागरिकों ने कहा कि प्लांट को यहां से शिफ्ट नहीं किया जा रहा है। 24 घंटे स्थानीय जनता असहनीय दुर्गंध से परेशान है। कूड़े के पहाड़ बढ़ते जा रहे हैं। कुछ साल पहले कूड़े में भीषण आग से भी प्लांट के समीप बसी आबादी को खतरा पैदा हो गया था। धुंए से सांस लेना दूभर हो गया था। प्लांट में व्याप्त अव्यवस्था दूर नहीं की जा रही है।
एसडीएम ने समस्या सुनने के बाद प्लांट हेड के आने पर 16 अप्रैल को वार्ता करने का आश्वासन दिया। धरना देने वालों में चैतन्य अनिल गौड़, राज गंगसारी, राम सिंह, योगेश महावर, अमित अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खन्ना ने कहा कि उन्होंने शीशमबाड़ा में विरोध प्रदर्शन कर रहे क्षेत्रवासियों को आश्वासन दिया है। जल्द ही वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। कूड़े की दुर्गंध रोकने को उचित प्रबंधन किया जाएगा। प्लांट में डंप हो रहे कूड़े को रिसाइकिल करने की प्रक्रिया पर भी कार्य किया जा रहा है।