बीएसएनके न्यूज डेस्क / नारायणबगड़ (देवाल) चमोली। उत्तराखण्ड में भारी बारिश के बीच झरझर टूटते हुए घर में खानाबदोश का जीवन जीने को मजबूर हो गया है देवाल ब्लॉक के पूर्णा गांव का खिलाप राम, राजस्व विभाग और ग्राम प्रधान के द्वारा पंचायती भवन में पीड़ित परिवार की रहने की व्यवस्था की गई है।
बड़ी असमंजस तब होती है, जब यह बार बार सुनने और हर दिन सरकारी विज्ञापनों में देखने सुनने में आता है कि सरकारें गरीब के साथ खड़ी हैं,और उससे भी बड़ी उलझन तब होती है जब प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में लगातार कहा जाता है कि हर गरीब यानी आवास विहीन को पक्का घर। अब सच में यह समझना मुश्किल है कि यह सब विज्ञापनों और प्रचार प्रसार तक ही सीमित है कि धरातल पर भी कुछ अमलीजामा पहनाया भी जा रहा होगा या नहीं।
हम यह सब इसलिए कह रहे हैं कि गरीब हर तरफ पिस रहा है और सरकारी योजनाएं उनके लिए सिर्फ और सिर्फ सुनने को ही मिल पा रही है। जैसे कि जनपद चमोली के विकास खंड देवाल मुख्यालय से लगा गांव है पूर्णा गांव। इस गांव में एक बेरोजगार युवक है खिलाफ राम,जिसके पास अक्सर रोजगार की भी कमियां रहती है। इसका एक मात्र पुराना जीर्ण-शीर्ण घर अबकी बरसात में लगातार भरभराकर टूटते जा रहा है। जिससे उसके बर्तन,राशन,कपड़े और रहने की जगह बारिश और मकान के मलवे से बर्बाद हो गये हैं।
ग्राम प्रधान मनोज कुमार द्वारा प्रशासन को दी गई सूचना पर क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक प्रमोद नेगी, खंड विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी बीरेंद्र रावत ने खिलाफ राम के घर का स्थलीय निरीक्षण किया और इन सबके संयुक्त निरीक्षण में भी इस घर और घर के सदस्यों को हर समय गंभीर नुकसान होने की संभावना की पुष्टि की गई है।
जब हमने ग्राम विकास अधिकारी से यह मालूमात की कि जब पूरे देशभर में हर ग़रीब के लिए घर का विज्ञापन और प्रचार प्रसार किया जा रहा है तो यह ग़रीब खिलाफ राम ही बेचारा कैसे प्रधानमंत्री आवास योजना से बंचित साबित हो रहा है तो उन्होंने बताया कि खिलाफ राम का चयन प्रधानमंत्री आवास योजना में हो रखा है लेकिन वह अभी प्रतीक्षा सूची में है और वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए कोशिश की जाएगी कि प्रभावित खिलाफ राम का नंबर आगे आ जाए।
इसी तरह क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक प्रमोद नेगी ने बताया कि जैसे ही उनको इस घटना की सूचना मिली तो वह निरीक्षण करने पहुंचे और पाया कि वाकई में खिलाफ राम के घर की स्थिति काफी दयनीय है और उनके घर का राशन और बर्तन बर्बाद हो गये हैं। बताया कि उसके लिए खिलाफ राम को त्वरित अहैतुक धनराशि सहयोग में दी जा रही है और बाकी वैधानिक कार्यवाही नियमानुसार गतिमान है।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं एडवोकेट हरीश सोनी ने शासन प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित खिलाफ राम की वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रशासन उसको प्रधानमंत्री आवास योजना में शीघ्रता से आवास आवंटित किया जाए और जब-तक उसका आवास बनाकर तैयार नहीं हो जाता है तब तक प्रशासन उसके परिवार की सुरक्षा और खिलाफ राम को रोजगार मुहैया कराने में यथोचित सहयोग करें।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा,स्थानीय संपादक