- ट्रूकॉलर ने 37.8 बिलियन स्पैम कॉल्स और 182 बिलियन मैसेजेस को किया ब्लॉक
बीएसएनके न्यूज / देहरादून डेस्क। भारत में स्पैम दरें फिर से बढ़ रही हैं, शीर्ष 20 सर्वाधिक स्पैम वाले देशों में भारत नौवें से चौथे स्थान पर पहुंच गया है। भारत में एक स्पैमर ने जनवरी से अक्टूबर के बीच 202 मिलियन से ज्यादा स्पैम कॉल की हैं।
यह खुलासा करते हुए ट्रूकॉलर ने अपनी वार्षिक ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट का पाँचवां संस्करण प्रस्तुत किया है। स्पैम व स्कैम कॉल हमें किस प्रकार प्रभावित करती हैं इसको लेकर इस रिपोर्ट में विस्तार से एक वैश्विक अध्ययन किया गया है। इस साल ट्रूकॉलर ने दुनिया में हमारे 300 मिलियन यूजर्स को 37.8 बिलियन स्पैम कॉल्स को पहचानकर ब्लॉक करने में मदद की है।
ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट 2021 के मुताबिक, भारत में सेल्स व टेलीमार्केटिंग की कॉल्स में हुई अभूतपूर्व वृद्धि के कारण देश रैंकिंग में नौंवे स्थान से ऊपर चढ़कर चौथे स्थान पर आ गया। इस वर्ष इनकमिंग स्पैम कॉल्स में सेल्स से संबंधित कॉल्स की श्रेणियां सबसे ज्यादा यानि 93.5 प्रतिशत रहीं। इस साल भारत में केवल एक स्पैमर ने 202 मिलियन से ज्यादा स्पैम कॉल कर डालीं। यानि हर रोज 6,64,000 कॉल्स और दिन के हर घंटे 27,000 कॉल्स।
रिपोर्ट में दूसरी दिलचस्प बात यह सामने आई कि देश में सबसे आम स्कैम अभी भी केवाईसी (नो योर कस्टमर) स्कैम हैं, जिसमें जालसाज बैंक, वॉलेट या डिजिटल पेमेंट सेवा का प्रतिनिधि बनकर रिजर्व बैंक के आदेश के अनुरूप केवाईसी दस्तावेजों के बारे में पूछते हैं।
यह रिपोर्ट इन 300 मिलियन यूजर्स द्वारा प्राप्त की गई करोड़ों कॉल्स के गहन विश्लेषण से बनी है। ट्रूकॉलर के यूजर्स को स्पैमर्स का नाम रखने और कॉल्स को उचित व्यवसाय या पहचान के साथ टैग करने की सुविधा मिलती है, जिससे हमें अलग-अलग तरह की स्पैम कॉल्स का प्रतिशत निर्दिष्ट करने में मदद मिलती हैं। ट्रूकॉलर में किसी व्यक्ति या मशीन द्वारा किसी भी कॉल या एसएमएस की सामग्री को न तो सुना जाता है और न ही पढ़ा जाता है। पूरा डेटा सकल, अज्ञात होता है और इसे किसी भी यूजर के लिए कभी ट्रेस नहीं किया जा सकता।