बीएसएनके न्यूज / नारायणबगड़,चमोली डेस्क । चिन्हीकरण से वंचित उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने राज्य स्थापना दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
राज्य आंदोलनकारियों का कहना है कि चिन्हीकरण से वंचित उत्तराखंड आंदोलनकारी पिछले डेढ़ दशक से सरकार से चिन्हीकरण की प्रक्रिया को शुरू करने की लगातार मांग करते आ रहे हैं।लेकिन सरकार का इस ओर ध्यान न होने से उनकी चिन्हीकरण की फाइलें सरकारी दफ्तरों में धूल फांक रही हैं।
चिन्हीकरण से वंचित रह गए राज्य आंदोलनकारी दलवीर सिंह रावत,सुरेंद्र सिंह नेगी,प्रदीप नेगी, गंगासिंह रावत,खीम सिंह नेगी,रणजीत सिंह रावत,मनवीर सिंह बिष्ट,रामा नंद भट्ट,त्रिलोक सिंह बिष्ट आदि आंदोलनकारियों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि सरकार उत्तराखंड राज्य की 25 वीं वर्षगांठ को रजतोत्सव के रूप में मनाने जा रही है लेकिन उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर संघर्ष करने वाले वास्तविक आंदोलनकारियों को आज तक राज्य आंदोलनकारी घोषित नहीं किया गया है। उन्होंने सरकार से 2008 के शासनादेश के तहत आंदोलनकारियों के चिन्हीकरण की प्रक्रिया को शुरू कर उनके साथ न्याय किए जाने की मांग की है।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा, स्थानीय सम्पादक