बीएसएनके न्यूज / नारायणबगड़,चमोली डेस्क। लगातार हो रही बारिश के चलते क्षेत्र में कई ग्रामीण मोटर मार्ग आवाजाही के लिए पूरी तरह ठप्प पड़े हुए हैं जिस कारण आए दिन लोगों को भारी मुसीबतों से जूझना पड़ रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की बारिश में बुरी दशा ने संबंधित विभागों द्वारा किए गए गुणवत्ता परक निर्माण एवं उनके रख-रखाव की पोल खोलकर रख दी है जिस कारण आए दिन बारिश में सड़कों का टूटकर बंद हो जाना आम बात हो गई है और लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं। क्षेत्र में हर ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों का तो सबसे बुरे हाल हैं।कई-कई दिनों तक सड़कों का यातायात के लिए न खुल सकने से ग्रामीण जन-जीवन प्रभावित हो रहा है। यहां परखाल-सिलोडी-चिडिंगा मोटर मार्ग पिछले पंद्रह दिनों से यातायात के लिए बंद पड़ा हुआ है।इसी तरह पीएमजीएसवाई की
नारायणबगड़-परखाल-चोपता-कोठली मोटर मार्ग का भी लगातार बंद हो जाना आम बात है यह मोटर मार्ग पिछले छः दिनों से चलियापानी और भंगोटा के बीच भारी भूस्खलन के कारण बंद पड़ा हुआ है जिसका जल्द खुलना संभव नहीं लगता है।इसी तरह परखाल-जुनेर मोटर मार्ग भी पिछले काफी दिनों से ठप्प पड़ा हुआ है।
भारत के प्रथम विक्टोरिया क्रॉस विजेता दरबान सिंह नेगी के सम्मान में बनी लोनिवि की नवगांव-कफारतीर सड़क भी पूरी तरह बंद पड़ी हुई है। वही क्षेत्र के खूबसूरत पर्यटन स्थलों झलताल,सुपताल,भेंकलताल आदि स्थानों को जाने के लिए एक मात्र मोटर मार्ग परखाल-सणकोट की सड़क भी पिछले चार दिनों से मांगा तोक के पास बंद है। बताते चलें कि हर वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर झलताल और सुपताल में बडा मेला आयोजित होता है जिससे पांच विकास खंडों के श्रद्धालु तथा पर्यटन यहां आते हैं लेकिन इस बार सड़क मार्ग के बंद होने से लोगों को काफी मुश्किलों से दो चार होना पड़ सकता है।
ग्राम प्रधान बेथरा दीपेंद्र सिंह नेगी, ग्राम प्रधान सणकोट प्रेमसिंह,ग्राम प्रधान गडकोट सुरेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान चोपता एडवोकेट पृथ्वी सिंह नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता मोहनसिंह रावत, ग्राम प्रधान जुनेर नरेंद्र सिंह भंडारी, ग्राम प्रधान भंगोटा डॉ भूपेन्द्र सिंह मेहरा, ग्राम प्रधान कोठा प्रेम पुरोहित ग्राम प्रधान कफारतीर सुदर्शन नेगी आदि क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जिन सड़कों पर हमेशा ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है उन सड़कों के भूस्खलन क्षेत्रों को चयनित कर संबंधित विभागों द्वारा स्थाई उपचार किया जाना चाहिए ताकि बार बार सड़कें थोड़ी सी बारिश में बंद न होने पाएं।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा, स्थानीय संपादक