Home उत्तराखण्ड आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हिन्दुस्तान ज़िंक की अनोखी पहल

आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हिन्दुस्तान ज़िंक की अनोखी पहल

बीएसएनके न्यूज डेस्क / पंतनगर। हिन्दुस्तान ज़िंक द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव पर बाल विवाह रोकने हेतु अभियान 21वर्ष से पहले शादी नही, बालविवाह से आज़ादी अभियान चलाया गया। जिसमें पंतनगर में सखी उमंग फेडरेशन द्वारा महिलाओं ने बालविवाह रोकथाम के लिये रैली निकाल कर ग्रामाीणों को जागरूक किया। कार्यक्रम में पंतनगर सहित राजस्थान की 550 ग्राम पंचायत के एम लाख से अधिक लोगो ने रैली, नारों और स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कायक्रमों में बालविवाह से आजादी की शपथ ली।

पंतनगर में हिन्दुस्तान ज़िंक संचालन के आसपास के क्षेत्र में ग्राम पंचायत, विद्यालयों, आंगनवाडियों, खुशी केंद्रो, समाधान परियोजना, सखी परियोजना, स्वास्थ्य परियोजना, ज़िंक फुटबॉल केंद्र, शिक्षा संबंल के तहत् आयोजित कार्यक्रमों में सभी उपस्थित ग्रामीणों, महिलाओं, विद्यार्थियों सहित उपस्थित समुदाय के जनप्रतिनिधियों को विद्यालय के प्राचार्य द्वारा शपथ दिलायी गयी।

अतिथियों ने समुदाय को जानकारी देते हुए कहा कि देश में होने वाले बाल विवाह चिंता का विषय है। बाल विवाह किसी बच्चे को अच्छे स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के अधिकार से वंचित करता है। ऐसा माना जाता है कि कम उम्र में विवाह के कारण लड़कियों को हिंसा, दुर्व्यवहार और उत्पीड़न का अधिक सामना करना पड़ता है।

कम उम्र में विवाह का लड़के और लड़कियों दोनों पर शारीरिक, बौद्धिक, मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक प्रभाव पड़ता है, शिक्षा के अवसर कम हो जाते हैं और व्यक्तित्व का विकास सही ढंग से नही हो पाता है। हांलाकि बाल विवाह से लड़के भी प्रभावित होते हैं। लेकिन यह एक ऐसा मुद्दा है जिससे लड़कियां बड़ी संख्या में प्रभावित होती हैं।

सरकार ने बाल विवाह निषेध अधिनियम लाकर हाल के वर्षों में इस प्रथा को रोकने की दिशा में काम किया है। एक जिम्मेदार उद्योग होने के नाते हिन्दुसतान ज़िंक द्वारा बाल विवाह रोकने के प्रति सभी को सजग करने और इसे रोकने में अपनी भूमिका निभाने हेतु यह पहल की है। जिसमें बाल विवाह नही करने या ऐसे किसी भी आयोजन में शामिल नही होने का प्रण लिया।

कार्यक्रम में आर्मी से अतिथि राजेन्द्र जोशी, हिन्दुस्तान ज़िंक के0वी0 गोपी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे। आयोजन को सफल बनाने में हिन्दुस्तान ज़िंक के कार्यक्रम सहयोगी, मंजरी फाउण्डेशन का सक्रिय सहयोग रहा।