Home International इस्राइल में 1200 अधिक लोगों की मौत का मास्टमाइंड कौन? जानें कब...

इस्राइल में 1200 अधिक लोगों की मौत का मास्टमाइंड कौन? जानें कब से रच रही थी हमले की साजिश

0

बीएसएनके न्यूज डेस्क/अंतरराष्ट्रीय :- एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि शनिवार को हमास द्वारा किए गए हमलों के दौरान इस्राइल के मोस्ट वांटेड व्यक्ति ने एक ऑडियो टेप जारी किया था, जिसमें संकेत दिया गया था कि आखिर यह हमला क्यों किया गया है।

आतंकी संगठन हमास और इस्राइल के बीच संघर्ष जारी है। इन हमलों में अभी तक करीब 2100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच, इस्राइल ने हमास द्वारा पिछले सप्ताह किए गए हमले को 9/11 का पल बताया। हमले के पीछे के मास्टरमाइंड फलस्तीनी आतंकवादी मोहम्मद दइफ ने इसे अल अक्सा फ्लड अभियान बताया है।

एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि शनिवार को हमास द्वारा किए गए हमलों के दौरान इस्राइल के मोस्ट वांटेड व्यक्ति ने एक ऑडियो टेप जारी किया था, जिसमें संकेत दिया गया कि यह इस्राइल द्वारा येरूशलम की अल अक्सा मस्जिद पर किए हमलों का बदला है।

गाजा में हमास के एक करीबी सूत्र ने बताया, मई 2021 में इस्लाम के तीसरे सबसे  पवित्र स्थल अल अक्सा पर इस्राइलियों द्वारा हमला करने के बाद अरब और मुस्लिम समाज के लोगों में गुस्सा था। इसी के बाद से दइफ ने हमला करने की साजिश रचना शुरू कर दिया था। अब पिछले सप्ताह शुरू हुए संघर्ष में 1200 से अधिक इस्राइली लोग मारे जा चुके हैं।

सूत्र के अनुसार, रमजान के दौरान अल अक्सा मस्जिद में इस्राइल के घुसने, नमाजियों को पीटने, उन पर हमला करने, बुजुर्गों और युवाओं को मस्जिद से बाहर खींचने के फुटेज सामने के बाद से यह घटना शुरू हुई। इन घटनाओं ने लोगों में गुस्सा भड़काया। इससे इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष शुरू हुआ।

दो साल से अधिक समय बीतने के बाद, शनिवार को हमास ने अचानक इस्राइल पर हवाई हमले कर दिए। इसपर इस्राइली सेना भी जवाबी हमले किए। इस पूरे संघर्ष में अभी तक 2100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

साल 2021 के बाद से दइफ को कभी सार्वजनिक बोलते नहीं देखा गया। ऐसे में जब हमास के टीवी चैनल ने घोषणा की कि वह शनिवार को बोलने वाले हैं, तो फलस्तीनियों को पता था कि कुछ महत्वपूर्ण होने वाला है।

दइफ ने रिकॉर्डिंग में कहा, ‘आज हमारे लोगों का अल अक्सा पर हुए हमले का गुस्सा निकला है। हमारे मुजाहिदीन, आज आपका दिन है इस अपराधी को यह समझाने का कि उसका समय समाप्त हो गया है।’