बीएसएनके न्यूज डेस्क। भारत में बेशक इस समय रोजाना कोरोना के तीन लाख से ज्यादा केस दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारें इसका डटकर सामना कर रही है। दोनों ने अपनी-अपनी तरफ से वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ा दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कोरोना वैक्सीन के 161.16 करोड़ डोज लगाए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 67 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है। वहीं, कोविड-19 की टेस्टिंग की बात करें तो अब तक 71.34 करोड़ लोगों का टेस्ट किया गया है। पिछले 24 घंटों में 19,60,954 कोरोना के सैंपल टेस्ट किए गए हैं।
इस बीच शनिवार को देश में कोरोना के 3,37,704 नए मामले सामने आए हैं और 488 मरीजों की मौत हो गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 21,13,365 हो गई है, जो कुल मामलों का 5.43 प्रतिशत है। वहीं, रिकवरी रेट 93.31 फीसदी है, पिछले 24 घंटों में कोरोना से 2,42,676 मरीज ठीक हुए हैं, जिसके बाद अब तक कोविड से 3,63,01,482 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, ओमिक्रॉन के अब तक 10,050 मामले मिले हैं, जिनमें बीते दिन 3.69 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस समय डेली पॉजिटिविटी रेट 17.22 फीसदी और साप्ताहिक सकारात्मकता दर 16.65 फीसदी है।
राज्यों के पास 12.79 करोड़ कोराना वैक्सीन डोज हैं उपलब्ध
मंत्रालय ने बताया है कि केंद्र सरकार की ओर से अब तक निःशुल्क और सीधे राज्य सरकार खरीद माध्यमों से टीके की 160.58 करोड़ से अधिक (1,60,58,13,745) खुराकें राज्यों को उपलब्ध कराई गई हैं। अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 टीके की 12.79 करोड़ से अधिक (12,79,45,321) अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल हुई खुराकें उपलब्ध है, जिन्हें लगाया जाना है।
वैक्सीनेशन से देश को हुआ फायदा
एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ० नीरज का कहना है कि वैक्सीनेशन से देश को फायदा मिला है। यह कहना गलत नहीं होगा कि टीकाकरण की वजह से ओमिक्रॉन वैरिएंट हल्के लक्षण वाला साबित हुआ है। कई राज्यों से मिले डाटा से यह पुष्टि होती है वैक्सीन ना लेने वालों को कोरोना ने गंभीर रूप से बीमार किया है। डॉ० के मुताबिक, वैक्सीनेशन की गति भी काफी अच्छी रही है। इतनी बड़ी आबादी वाले देश में एक साल में ही 160 करोड़ से ज्यादा डोज लगा दिए गए हैं। हालांकि जिस राज्यों में टीकाकरण की रफ्तार धीमी है वहां इसे बढ़ाने की जरूरत है।