स्थानीय संपादक / नारायणबगड़ चमोली। ग्राम पंचायत पैठाणी के ग्राम प्रधान मृत्युंजय परिहार ने अपने गांव के लिए एक अदद सडक के लिए मुख्यमंत्री को अपने खून से खत लिख डाला। खून से लिखे खत को बुधवार को ग्राम पंचायत पैठाणी के एक शिष्टमंडल ने तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा है।
ग्राम प्रधान पैठाणी मृत्युंजय परिहार ने अपने खून से लिखे ज्ञापन में उन्होंने लिखा है कि उनके गांव के लिए पिछले 2018 से पूर्व ही दो किलोमीटर मोटर मार्ग स्वीकृत हो चुका था,और लिखा है कि इसके उपरांत मोटर मार्ग के लिए विधायक की संस्तुति पर टेंडर की विज्ञप्ति भी निकल चुकी थी।
लेकिन ना ही टेंडर हुए और ना ही मोटर मार्ग पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही ही हुई है। कहा गया है कि लोक निर्माण विभाग और जनप्रतिनिधियों से लगातार संपर्क करने पर भी उनके गांव के मोटर मार्ग पर कभी अमल नहीं किया गया। कहा गया है कि बीच बीच में सडक के लिए वित्तीय स्वीकृति की अटकलें भी आती रही परंतु ऐसा कभी कुछ भी नही हुआ।
गौरतलब है कि कर्णप्रयाग-बेजनाथ-अल्मोड़ा राज्य मोटर मार्ग से महज दो किलोमीटर की दूरी पर पैठाणी गांव है। जिसे इस राज्य स्तरीय मोटर मार्ग से पिण्डर नदी पार करके जाना होता है।
इस लिए यहाँ के ग्रामीणों की लंबे समय से एक मोटर मार्ग और मोटर पुल की मांग रही है। परंतु शासन प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण आज लोगों को सडक के लिए अपने खून से मुख्यमंत्री को पत्र लिखने को विवश होना पड़ा है।
तहसीलदार सुरेन्द्र सिंह देव ने कहा कि पैठाणी ग्रामवासियों का ज्ञापन वे जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजने की कार्यवाही शुरू कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने वालों में जगत सिंह परिहार सिरताज सिंह परिहार, ओमप्रकाश परिहार, रघुवीर सिंह परिहार,भूपेंद्र लाल आर्य आदि ग्रामीण मौजूद थे।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा