स्थानीय संपादक / नारायणबगड चमोली।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड के आह्वान पर विकास खंड नारायणबगड में कार्यरत मनरेगा कर्मचारी संघ की एक आवश्यक बैठक आहूत की गई। जिसमें अपनी मांग पर अनिश्चित कालीन हडताल पर जाकर आरपार की लडाई लडने का निर्णय लिया गया।
विकास भवन के सभागार में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने मनरेगा में संविदा पर कार्यरत सभी कर्मियों को ग्राम्य विकास विभाग में एक सूत्रीय मांग पर कहा कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तराखंड के आह्वान पर 15 मार्च से आनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार पर जायेंगे।
वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि फरवरी माह के 25 व 26 तारीख को समस्त मनरेगा कर्मियों के द्वारा अपने नियमितीकरण/समायोजन की मांग को लेकर डिजिटल/कलम बंद हडताल की गई थी।जिसपर राज्य सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई।
जिस कारण समस्त मनरेगा कर्मिकों कनिष्ठ अभियंता, डाटा इंट्री आपरेटर, ग्राम रोजगार सेवकों में भारी असंतोष व्याप्त है। उन्होने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 15 मार्च तक उनकी एक सूत्रीय मांग सरकार द्वारा स्वीकार करने मे हीलाहवाली की जाती है तो उन्हें मजबूरन अनिश्चित कालीन हडताल पर जाने के लिए विवश होना पडेगा।निर्णय लिया गया है कि प्रदेश स्तर के क्रमिक अनशन के लिए क्रमवार सदस्यों को देहरादून में शामिल किया जायेगा।
इस अवसर पर नई कार्यकारिणी का गठन करते हुए विकास खंड स्तरीय अध्यक्ष खुशहाल बिष्ट,वरिष्ठ उपाध्यक्ष उर्मिला मेहरा, उपाध्यक्ष दिनेश पुरोहित, कोषाध्यक्ष राधाकृष्ण सती,महामंत्री प्रमोद नेगी, सचिव अनूप नेगी तथा संरक्षक अनुसूया पुरोहित व संयोजक महाबीर नेगी को चुना गया।
इसके उपरांत सभी मनरेगा कर्मिकों ने खंड विकास अधिकारी को अपनी मांग पर आनिश्चित कालीन हडताल पर जाने का चेतावनी ज्ञापन भी सौंपा।
खंड विकास अधिकारी मदनसिंह ने कहा कि संबंधित कर्मचारियों की समस्याओं से जिला प्रशासन को अवगत करवा कर समाधान करने की कोशिश की जायेगी।
रिपोर्ट – सुरेन्द्र धनेत्रा