जन संवाद ( बात जन मन की )- अपने माल की ब्रांडिंग के लिए विवाद पैदा करना यह सब फिल्मी दुनिया मे होता रहा है। लेकिन अब भारतीय संस्कृति के आयुर्वेद व योग के स्वयम्भू ठेकेदार रामदेव अपना माल बेचने के लिए ब्रांडिंग करने में कोरोना वारियर्स डॉक्टरों की मौत पर हंस रहे। सोशल मीडिया में उनके कई वीडियो वायरल हो रहे।
लेकिन यह हमला IMA या एलोपैथ पर नहीं सीधा-सीधा भारत सरकार पर हमला है। रामदेव का बयान ‘1000 डॉक्टर तो कोरोना की डबल वैक्सीन लगाने के बाद भी मर गए, यह कैसी डॉक्टरी’ बयान में मरने पर हंसी को तो निर्लज्जता ही कहा जा सकता है। लेकिन ‘हमारे बच्चों की 6.48 करोड़ कोरोना वैक्सीन विदेशों को क्यों बेची’ पोस्टर पर मुकदमें हो जाते हैं। और पतंजलि का लाला रामदेव सीधा चुनौती दे रहा, कहाँ है पुलिस, केंद्र सरकार, उत्तराखण्ड सरकार?
आयुर्वेद, होम्योपैथ, एलोपैथ सबकी अपनी-अपनी जगह है। उसको आगे ले जाइए, अपने निजी स्वार्थ के लिए उसको विवादित मत बनाइये लाला।
-संजय भट्ट