न्यूज डेस्क / देहरादून। एलोपैथी विवाद के बाद अब बाबा रामदेव भी कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाएंगे। बाबा रामदेव ने सभी से टीका लगवाने की अपील की और कहा कि वह भी जल्द ही वैक्सीन लगवाएंगे। रामदेव ने लोगों से कहा कि योग कोरोना से होने वाली जटिलताओं से बचाता है। योग और आयुर्वेद का अभ्यास करें।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 जून से देश के 18 साल से ऊपर की उम्र के सभी लोगों के लिए वैक्सीन मुफ्त मुहैया कराने का एलान किया है। बाबा ने कहा कि दवा ही नहीं, टेस्ट और ऑपरेशन माफिया भी हैं, जो मरीजों को लूट रहे हैं।
स्वामी रामदेव ने कहा था कि उनकी लड़ाई गलत काम करने वालों के खिलाफ है। उन्होंने कहा था कि वह अपने फेसबुक और ट्विटर अकाउंट पर जेनेरिक दवाओं की लिस्ट डालेंगे, जो मात्र दो रुपये की बिकती हैं। वहीं ब्रांडेड कंपनियों की वही दवाएं कई गुना महंगी बिकती हैं।
ब्रांडेड कंपनियों की दवाएं लिखने वाले डॉक्टर कमीशन खाते हैं
रामदेव ने कहा था कि कुछ बुरे डाक्टर महंगी दवाएं ही मरीजों के पर्चे पर लिखते हैं। स्वामी रामदेव ने आरोप लगाया था कि ब्रांडेड कंपनियों की दवाएं लिखने वाले डॉक्टर कमीशन खाते हैं। जेनरिक दवाएं न लिखकर उसी साल्ट की महंगी दवाएं लिखते हैं। इनका इस खेल को बंद करवाने के लिए कोर्ट भी जाऊंगा।
आईएमए ने बाबा रामदेव के खिलाफ आईसीएमआर को लिखा पत्र
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने बुधवार को योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को पत्र लिखा। पत्र में आईएमए ने बाबा रामदेव पर आधुनिक चिकित्सा का अकारण अपमान करने और गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाया है।
आईएमए ने पत्र में लिखा है कि योग गुरु रामदेव चिकित्सकों और आधुनिक चिकित्सा पर सार्वजनिक रूप से बयानबाजी कर मजाक बना रहे हैं। आईसीएमआर की तरफ से तैयार किए गए जीवन रक्षक प्रोटोकॉल का उपहास कर रहे हैं। महामारी के दौरान देश में चिकित्सकों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों ने अपना फर्ज बखूबी निभाया है। लेकिन रामदेव की इस तरह की बयानबाजी से उनके मनोबल पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।