स्थानीय संवाददाता / कोटद्वार। नगर में ट्रैफिक को लेकर लागू किये गए पुलिस के तुगलकी फरमान ने आम जन का जीवन बेहाल कर दिया है। उमस भरी गर्मी में लोग जाम में फंस रहे हैं लेकिन पुलिस के आलाधिकारियों को अपनी पीठ थपथपाने से फुरसत नहीं है। दरअसल कुछ दिन पूर्व कोटद्वार की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस की ओर से ट्रायल के तौर पर नई यातायात व्यवस्था बनाई गई थी।
उम्मीद थी कि आये दिन लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिलेगी और वाहन भी आसानी से संचालित हो सकेंगे लेकिन नई ट्रैफिक व्यवस्था ने लोगों की दिक्कतों को और ज्यादा बढ़ा दिया है। व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष महेंद्र बिष्ट का कहना है कि नई व्यवस्था लागू करने से पहले बताया गया था कि ट्रायल किया जा रहा है लेकिन अब इसको परमानेंट लागू कर दिया गया है।
जिससे जनता के साथ ही व्यापारियों को भी काफी दिक्कतें आ रही हैं। किसी भी नियम को थोपने से पहले जनता और व्यापारियों के सुझाव जरूर लेने चाहिए।पूर्व सभासद विनय भाटिया का कहना है कि नई व्यवस्था को अपनी मर्जी से लागू करना बिल्कुल गलत है। जिन लोगों को सड़क पर चलना है उनकी सुरक्षा के बारे में सोचकर कोई नियम बनाना चाहिए।
नगर निगम के मनोनीत पार्षद और भाजपा के नगर उपाध्यक्ष पंकज भाटिया का कहना व्यापारियों और जनता की सहमति के बाद ही नगर में कोई व्यवस्था लागू की जानी चाहिए। अपनी मर्जी से शहरवासियों के साथ किसी भी तरह का प्रयोग करना पूरी तरह गलत है। एसडीएम मुक्ता मिश्रा का कहना है कि अगर इस तरह की दिक्कतें आ रही हैं तो पुलिस के अधिकारियों को व्यवस्था ठीक करने के लिए कहा जायेगा ।
रिपोर्ट – वीरेंद्र रावत