बीएसएनके न्यूज डेस्क। आम आदमी पार्टी को तिलांजलि दे चुके पूर्व आप पार्टी प्रदेश प्रवक्ता, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, प्रथम जिलाध्यक्ष देहरादून, राष्ट्रीय फाउंडर मेंम्बर संजय भट्ट ने आप पार्टी के घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया है।
संजय भट्ट ने कहा कि आप पार्टी को उत्तराखण्ड में कोई तवज्जो नहीं दे रहा, तो सरकार भी नहीं आ रही, इसलिए आप पार्टी कुछ भी घोषणा कर दे रही है, ताकि 6% वोट उत्तराखण्ड में मिल जाये और आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाये, उत्तराखण्ड के आम जनमानस से आप पार्टी को कोई लेना देना नहीं है।
केजरीवाल जो कहता है केजरीवाल वो करता ही नहीं-
भट्ट ने कहा कि (1) 2013 में आप पार्टी ने कहा था की हमारे विधायक 20 हजार रु वेतन लेंगे, लेकिन अब 3 लाख ले रहे। (2) आप पार्टी ने 2013 में कहा था कि विधायकनिधि बन्द कर पैसा मोहल्ला सभा को दिया जाएगा, हुआ क्या मोहल्ला सभा ही खत्म कर दी गई। भट्ट ने कहा कि (3) कर्नल पहले दिल्ली की 18 साल से ऊपर की महिलाओं को 1000 रु महीना दें, तब उसके बाद उत्तराखण्ड में बात करें। (4) आप पार्टी पहले दिल्ली के युवाओं को को 5000 रु महीना बेरोजगारी भत्ता दें, उसके बाद उत्तराखण्ड में जुमला दें।
भट्ट ने यह भी कहा कि (5) एक RTI से खुलासा हुआ है कि दिल्ली में 5 साल में मात्र 400 सरकारी नौकरियां दी गई, फिर उत्तराखण्ड में 1 लाख नौकरी देने की घोषणा मात्र जुमला है।
आप के बागी संजय भट्ट ने कहा कि आम आदमी पार्टी का एफिडेविट देना एक राजनीतिक स्टंट है, विधायकों के वेतन का एफिडेविट दिल्ली में भी बांटा गया था, पर हुआ बिल्कुल उल्टा।
केजरीवाल जो कहता है, केजरीवाल वो नहीं करता, जब सरकार आ ही नहीं रही तो वादे, घोषणा और एफिडेविट डस्टबिन में ही जाने हैं, इसलिए कुछ भी बोल दो, बस 6% वोट आ जाए। यही केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस है।